अभय तिवारी
BALODA BAZAR. बलौदाबाजार जिले से इस वक्त बड़ी खबर मिली है। कसडोल ब्लॉक के कोट गांव के ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया है। मांग है कि आशु क्रेशर बंद कराया जाए। दरअसल, बीते 3 सितंबर को कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर कलेक्टर दीपक सोनी को चेतावनी दी थी कि खदान को बंद नहीं कराया गया है तो ग्रामीण चक्काजाम करेंगे। इस चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन ने चक्काजाम की स्थिति के लिए बड़ी व्यवस्था की थी, पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा और ग्रामीण बैरिकेडिंग तोड़ते हुए NH130B तक पहुंच गए। इस चक्काजाम के कारण मुंबई-कोलकाता हाईवे तीन घंटे तक बंद रहा और ट्रकों की लंबी कतारें लग गई हैं।
इससे पहले पंचायत चुनाव का बहिष्कार भी ग्राम कोट के ग्रामीणों द्वारा किया गया था। गांव वालों की बहुत लंबे समय से ये मांग रही है कि आशु क्रशर खदान के चलते गांव का वॉटर लेवल लगातार घटता ही जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर गांव वालो ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया था, जिस वजह से आजतक गांव में कोई सरपंच तक नहीं बना है। इस क्षेत्र में क्रेशर खदानों के कारण सिलिकोसिस और दमे जैसी गंभीर बीमारियां फैल रही हैं।
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इतने विरोध के बावजूद शासन प्रशासन की आंख नहीं खुली, जिसके कारण आज यानी 10 सितंबर को चक्काजाम की स्थिति बन गई है। कलेक्टर दीपक सोनी ने गांव वालो की परेशानी को सुनने के बजाए, उनके लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था की थी। इसके बाद ग्राम कोट के ग्रामीणों ने उसे तोड़ते हुए कसडोल के हड़हा चौक तक पहुँच गए, जिससे NH130B में यातायात ठप्प हो गया। इस चक्काजाम के कारण मुंबई-कोलकाता हाईवे तीन घंटे तक बंद रहा और ट्रकों की लंबी कतारें लग गईं।
ग्रामीणों को आरोप है कि क्रेशर खदान अवैध खनन कर रही है और चरनोई की जमीन पर भी खनन कर रही है। हमने पहले भी प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस क्षेत्र में क्रेशर खदानों के कारण सिलिकोसिस और दमे जैसी गंभीर बीमारियां फैल रही हैं। ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का भी बहिष्कार किया था।




































