RAIPUR NEWS. प्रदेश में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच अब राजनीतिक गलियारों तक पहुंच गई है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) को नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में PCC के अकाउंटेंट देवेंद्र डड़सेना से जुड़ी जानकारी मांगी गई है।

जेल में बंद हैं देवेंद्र डड़सेना
देवेंद्र डड़सेना, जो PCC के अकाउंटेंट रहे हैं, इस समय शराब घोटाले के मामले में जेल में हैं। सूत्रों के अनुसार, डड़सेना पीसीसी कोषाध्यक्ष रामगोपाल के करीबी माने जाते हैं। जांच एजेंसी ने कांग्रेस दफ्तर से उनके कार्यकाल, वित्तीय लेन-देन और दस्तावेजों की डिटेल उपलब्ध कराने को कहा है।

एसीबी की सक्रियता बढ़ी
शराब घोटाले की जांच में ACB पहले ही कई बड़े कारोबारियों और अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है। अब सीधे राजनीतिक संगठन से दस्तावेज मांगने को मामले में बड़ा कदम माना जा रहा है। जांच एजेंसी का फोकस यह समझने पर है कि क्या घोटाले से जुड़े आर्थिक लेन-देन का कोई संबंध राजनीतिक फंडिंग या संगठनात्मक गतिविधियों से तो नहीं है।

राजनीतिक हलचल तेज
एसीबी की इस कार्रवाई से प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। भाजपा नेताओं ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी पर से पर्दा उठना अब तय है। वहीं कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह कार्रवाई केवल राजनीतिक बदले की भावना से की जा रही है और पार्टी जांच में पूरा सहयोग करेगी।

क्या है शराब घोटाला?
प्रदेश में कथित शराब घोटाला बीते कुछ वर्षों से सुर्खियों में है। इसमें आरोप है कि ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया गया। मामले में अब तक कई अधिकारी और कारोबारी गिरफ्तार हो चुके हैं।

आगे क्या?
एसीबी के नोटिस के बाद अब पीसीसी को संबंधित दस्तावेज और जानकारी उपलब्ध करानी होगी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में जांच की दिशा और भी स्पष्ट हो जाएगी और कई नए नाम भी सामने आ सकते हैं।

