RAIPUR NEWS. देश के कई राज्यों में विवाद होने के बाद अब रायपुर में भी आई लव मोहम्मद के पोस्टर लग गए हैं। राजधानी रायपुर के छोटापारा की गलियों में आई लव मोहम्मद के पोस्टर लगाए गए हैं। हालाकि रायपुर में दूसरे प्रदेशों से स्थिति अलग है, बाकि शहरों के जैसे कंपीटिशन में आई लव महाकाल के पोस्टर नहीं लगे हैं।
वहीं देश के अन्य शहरों में आई लव मोहम्मद की तर्ज पर आई लव महाकाल के पोस्टर भी लगाने की प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है। मुस्लिम समुदाय के बाद हिंदू समुदाय आई लव महादेव के पोस्टर लगा रहा है।
छत्तीसगढ़ के भिलाई पहुंचा I Love Muhammad का विवाद
इधर मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ तक भी ‘आई लव मोहम्मद’ का विवाद पहुंच गया है। यहां भी पोस्टर लगाए जाने को लेकर उपजे विवाद ने माहौल गर्म कर दिया। भिलाई में आज जुमे की नमाज के बाद ईदगाह मैदान में हजारों मुस्लिम हाथ में ‘आई लव मोहम्मद’ का पोस्टर लेकर पहुंचे थे। अलग-अलग मस्जिदों से रैली की शक्ल में पहुंचे लोगों ने यूपी में हुई कार्रवाई को गलत बताते हुए, गिरफ्तार समाज के युवाओं को छोड़ने की मांग की। इस अवसर पर शहर के सभी मस्जिदों से पहुंचे प्रमुखों ने अपनी-अपनी बात रखी।
भिलाई में SDM को सौंपा ज्ञापन
भिलाई नगर जामा मस्जिद कमेटी के सदर आशिफ बेग ने एसडीएम भिलाई हितेश पिस्दा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। आशिफ बेग ने कहा कि संविधान ने अल्पसंख्यकों को भी समानता का अधिकार दिया है। साथ ही वे भी अपनी धार्मिक भावनाएं सार्वजनिक रूप से व्यक्त कर सकते हैं। ऐसे में अपनी धार्मिक भावना व्यक्त करने वाले युवाओं पर कार्रवाई होना गलत है। वही एसडीएम हितेश पिस्दा ने कहा कि मुस्लिम समाज ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है, प्रशासन जल्द ही यह ज्ञापन राष्ट्रपति तक भेजेगा।
धार्मिक होर्डिंग पोस्टर की सियासत
‘आई लव मोहम्मद’ और ‘आई लव महाकाल’ के पोस्टर अब सिर्फ बैनर नहीं, बल्कि सियासत का हथियार बन चुके हैं। जहां एक ओर धर्म के नाम पर वोट बैंक साधने की कोशिश तो दूसरी ओर जनता के बीच टकराव का माहौल बनते जा रहा है। सवाल ये है कि नवरात्र के गरबा में जहां रंग, संगीत और उत्सव की गूंज होनी चाहिए, वहां अब धार्मिक होर्डिंग पोस्टर की सियासत हो रही है, ऐसे में पूरे देश में साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ने का खतरा बना हुआ है।