RAIPUR NEWS. बलरामपुर जिले में एसडीओपी पदस्थ मोहम्मद याकूब मेमन के खिलाफ रायपुर की एक महिला ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया है। जिस थाने में मोहम्मद याकूब मेनन थाना प्रभारी रह चुके हैं, उसी टिकरापारा थाने में महिला किराएदार ने एफआईआर दर्ज कराई है। सरगुजा पुलिस ने मामला शून्य पर दर्ज कर केस डायरी टिकरापारा थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दी है। एएसपी पश्चिम दौलत राम पोर्ते ने एफआईआर की पुष्टि की है। मोहम्मद याकूब मेनन वर्तमान में एसडीओपी रामानुजगंज, बलरामपुर जिले में तैनात है और पिछले 5-6 दिन से ड्यूटी से गायब बताए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2020-21 में याकूब मेमन टिकरापारा थाना प्रभारी थे। उस दौरान पीड़िता अपने पति के साथ उनके घर में किराए से रहती थी। महिला का आरोप है कि पति के बाहर रहने पर मेमन ने उसे डराया-धमकाया और कई बार जबरन शारीरिक संबंध बनाए। महिला ने रायपुर पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
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रायपुर में न्याय न मिलने से आहत महिला नया रायपुर स्थित अपने घर से सीधे सरगुजा आईजी के पास पहुंची। यहां उसने विस्तृत शिकायत दर्ज कराई और न्याय न मिलने पर आत्महत्या की धमकी भी दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरगुजा आईजी ने तत्काल एफआईआर दर्ज करने और केस डायरी रायपुर ट्रांसफर करने के निर्देश दिए। अब टिकरापारा पुलिस महिला का बयान दर्ज कर आगे की जांच करेगी।
राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित हैं याकूब
1998 बैच के मोहम्मद याकूब मेनन अविभाजित मध्य प्रदेश में रीवा, सतना इंदौर में में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। साल 2008 में निरीक्षक के पद पर पद्नत होकर याकूब मेनन इकलौते निरीक्षक रहे, जिन्हें राष्ट्रपति वीरता पदक एवं राष्ट्रपति का सरहनीय सेवा पदक का सम्मान मिला है। इन्होंने छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा, बस्तर, राजनांदगांव और राजधानी रायपुर जैसे जिलों में अपनी बेहतर सेवाएं दी हैं। रायपुर के बाद दुर्ग जिले में डेढ़ साल तक थाना प्रभारी जामुल के रूप में पदस्थ थे सितंबर 2023 में डीएसपी के पद पर पदोन्नत हुए थे।
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दूसरी ओर, SDOP याकूब मेमन IG से शिकायत की है कि महिला ने पहले उनसे आर्थिक मदद मांगी, फिर जानबूझकर नजदीकियां बढ़ाईं और वीडियो के जरिए उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। अब तक डेढ़ लाख रुपए दे चुके हैं। साथ ही, मकान अपने नाम करवाने का दबाव भी बनाया। जब उन्होंने मना किया, तो महिला ने झूठा केस दर्ज करवा दिया।