RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में शराब, कोयला, महादेव सट्टा एप मामले की जांच चल रही है। इन मामलों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नाम आने के बाद उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका लगाई है। उनकी इस याचिका पर सुनवाई आज यानी 4 अगस्त को होगी। भूपेश ने शराब, कोयला और महादेव सट्टा एप जैसे मामलों में नाम सामने आने के बाद अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। इसमें मांग की गई है कि उन्हें गिरफ्तार न किया जाए और जांच में सहयोग करने का अवसर दिया जाए।
इसके साथ ही पूर्व सीएम ने यह भी उल्लेख किया है कि जिस तरह राजनीतिक द्वेष के तहत उनके बेटे चैतन्य की गिरफ्तारी हुई है, उसी तरह उन्हें भी निशाना बनाया जा सकता है। इधर, भूपेश के बेटे चैतन्य बघेल की जमानत याचिका पर भी सुप्रीम कोर्ट सुनवाई होनी है। चैतन्य की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि न तो उनका नाम ईडी की एफआईआर में है और न ही किसी के बयान में। इसके बावजूद राजनीतिक द्वेष के तहत उनकी गिरफ्तारी की गई।
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बता दें कि शराब घोटाला मामले में 5 महीने पहले ED ने पूर्व CM भूपेश बघेल के घर छापेमारी की थी। यह जांच करीब 10 घंटे तक चली। टीम के जाने के बाद खुद पूर्व सीएम ने बताया था कि, 32-33 लाख रुपए और दस्तावेज टीम ले गई है। सुबह 8 बजे भूपेश और उनके बेटे चैतन्य के भिलाई-3 पदुमनगर स्थित घर पर 4 गाड़ियों में ED की टीम पहुंची थी। इस बीच ED की कार पर बाहर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। कार्यकर्ताओं और पुलिस की झड़प भी हुई थी।
इसी दिन भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों समेत 14 जगहों पर छापे पड़े थे। 2100 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में चैतन्य बघेल को भी लाभ पहुंचाने का दावा किया गया। चैतन्य के करीबी और सहयोगी लक्ष्मीनारायण बंसल और पप्पू बंसल के ठिकानों पर भी कार्रवाई हुई थी।