MANEDRAGARH NEWS. मनेन्द्रगढ़ में डीएफओ और जनप्रतिनिधियों के बीच हुए विवाद का मामला गरमाया हुआ है। वनमंडल मनेन्द्रगढ़ के डीएफओ मनीष कश्यप के चेम्बर में भालू की समस्या को लेकर गए जनप्रतिनिधियों के साथ जमकर विवाद और हंगामा हुआ था। जिसे लेकर अब कांग्रेस ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा है कि डीएफओ को सरकार का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बता दें कि सात अगस्त को डीएफओ की टिप्पणी से नाराज नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिमा यादव, उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र पटवा, विधायक प्रतिनिधि सरजू यादव के अलावा भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने कार्यालय परिसर में ही नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और डीएफओ को हटाने की मांग की।
इस दौरान भरतपुर—सोनहत विधायक रेणुका सिंह, पूर्व विधायक गुलाब कमरो, भाजपा जिलाध्यक्ष चम्पा देवी पावले भी पहुँचे थे । बात यहाँ तक बढ़ गई कि इलाके के विधायक और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को नगरपालिका मनेन्द्रगढ़ के जनप्रतिनिधियों ने अपना इस्तीफा भेज दिया।
डीएफओ मनीष कश्यप इसके पहले कोरिया वनमंडल के डीएफओ रहते भी विवादित रहे हैं, जिनके खिलाफ कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया था। वहीं सूरजपुर में सीएम रहते भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान निलंबित किया था। कांग्रेस अब तक विवादित डीएफओ पर कोई कार्यवाही नहीं होने को लेकर सवाल उठा रही है। उसका कहना है कि डीएफओ को सरकार का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए डीएफओ जनप्रतिनिधियों का अपमान कर आराम से कुर्सी पर बैठे हैं। इसकी चर्चा सोशल मीडिया के अलावा लोगों के बीच भी हो रही है।
वहीं, इस मामले पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, भाजपा की सरकार में न्यायसंगत विचार कर कार्यवाही की जाएगी।