LORMI NEWS. लोरमी विकासखंड के हरदी संकुल अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला खैरवार खुर्द में पदस्थ प्रधान पाठक मोहित कोसरिया और सहायक शिक्षक नारद तेन्दुलकर पर गंभीर वित्तीय और शैक्षणिक लापरवाही के आरोप लगे हैं। संकुल समन्वयक द्वारा की गई शिकायत के अनुसार, इन दोनों शिक्षकों ने 2020-21 से 2024-25 तक शाला अनुदान एवं अन्य शैक्षणिक मदों में मिली राशि का दुरुपयोग किया है।


बता दें, शिकायत में स्पष्ट किया गया है कि शासकीय राशि का उपयोग निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं किया गया। बालवाड़ी, उपचारात्मक शिक्षा एवं रचनात्मक लेखन कौशल जैसे आवश्यक शैक्षणिक कार्यक्रमों को या तो संचालित ही नहीं किया गया या फिर कागजों में दिखाकर राशि निकाल ली गई। शिकायतकर्ता ने शाला की शैक्षणिक गतिविधियों, विद्यार्थियों के मूल्यांकन व वार्षिक कलेण्डर के पालन में भी गंभीर अनियमितताओं की ओर इशारा किया है।

लापरवाही के आरोप
-शिक्षण कार्य में लापरवाही, छात्र उपेक्षा
-ब्लूप्रिंट के अनुसार मासिक इकाई आकलन न करना
-रचनात्मक लेखन जैसी गतिविधियों का संचालन न होना
-शैक्षणिक रिपोर्टों में हेरफेर, एलएन दक्षता पर असर
– सहायक शिक्षक द्वारा अन्य शालाओं का कार्य स्कूल समय में निजी लैपटॉप पर करना और उसके बदले अवैध राशि वसूली
शिकायत में यह भी कहा गया है कि नारद तेन्दुलकर द्वारा स्कूल समय में निजी काम करना और अन्य शिक्षकों से पैसे लेकर दस्तावेज तैयार करना भी एक बड़ी अनियमितता है। इस बाबत एक शिकायती पत्र कलेक्टर कार्यालय में सौंपा गया है।

जांच में दोष सिद्ध हुआ तो होगी कड़ी कार्रवाई
शिकायत की जांच यदि आरोपों की पुष्टि करती है तो दोनों शिक्षकों पर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई तय मानी जा रही है। विभागीय स्तर पर इन शिक्षकों को निलंबित करने या सेवा समाप्त करने जैसे कदम उठाए जा सकते हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार लगातार भ्रष्टाचार पर सख्त रुख अपनाए हुए है। ऐसे में यह देखना होगा कि इस प्रकरण में जांच कितनी पारदर्शिता और तत्परता से की जाती है। फिलहाल यह मामला शिक्षकों की जवाबदेही और सरकारी संसाधनों के सही उपयोग की बड़ी परीक्षा बनकर उभरा है।