DANTEWADA NEWS. बस्तर में एक बार फिर छात्राएं सड़क पर उतर गई हैं। दरअसल, दंतेवाड़ा जिले की ये करी 350 छात्राएं तेज बारिश के बीच नेशनल हाइवे पर प्रदर्शन कर रही हैं। छू लो आसमान आवासीय स्कूल की ये छात्राएं पुराने शिक्षकों की वापसी की मांग कर रही थी। छात्राओं ने कहना है कि स्कूल के एकेडमिक और कोचिंग के 12 टीचर्स को दूसरे जगह भेज दिया गया है, जबकि वे सभी टीचर्स काफी अच्छे से पढ़ाते थे। बता दें की बीते दिनों हुए युक्तियुक्तकरण के दौरान कई टीचर्स और व्याख्याताओं का ट्रांसफर किया गया है।
जानकारी के अनुसार आज यानी 25 जुलाई को दंतेवाड़ा में सुबह से ही मूसलाधार बारिश हो रही थी, लेकिन इसी बारिश के बीच आवासीय स्कूल की लगभग 350 छात्राएं नेशनल हाइवे पर पहुंच गई। हमारा भविष्य संकट में है, इसका समाधान करो के बैनर लेकर छात्राएं बारिश में ही नारेबाजी करनी लगी। छात्राएं पुराने शिक्षकों की बहाली की मांग पर अड़ी रहीं। छात्राओं के साथ उनके टीचर भी मौजूद रहे।
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आंदोलन कर रहीं छात्राओं का कहना है कि पिछले साल पुराने टीचर की वजह से 10वीं, 12वीं का रिजल्ट काफी अच्छा आया। 10वीं और 12वीं की छात्रा स्टेट बोर्ड की मेरिट लिस्ट में आ चुकी है। पुराने टीचर्स वापस चाहिए. कोचिंग और एकेडमिक के 12 टीचर्स को निकाल देना चाहिए। यह भी कहा कि हमें हमारे पुराने टीचर्स चाहिए। हम लोग दोपहर साढ़े 12 बजे से खड़े हैं।
आवासीय स्कूल की छात्राओं के सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की सूचना मिलने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना प्रबंधक मौके पर पहुंचे. उन्होंने छात्राओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन छात्राएं अपनी मांगों पर अड़ी रही। उन्होंने छात्राओं को उनकी मांगे कलेक्टर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्राएं शांत हुई। वहीं, शिक्षा विभाग के डीपीएम हरीश गौतम ने बताया कि 7 साल से पुराने शिक्षक थे। उनकी क्वॉलिफिकेशन को देखते हुए उन्हें दूसरे जगह भेज दिया गया है। बच्चे उन्हीं टीचर को वापस चाहते हैं। कलेक्टर साहब ने कहा है कि जो बच्चे चाहते हैं उनके भविष्य को देखते हुए उन्हीं टीचर को वापस बुलाया जाएगा।
शिक्षा विभाग के डीएमसी हरीश गौतम के अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस पर विभाग निर्णय लेगा। अगर कोई शिक्षक छात्रों को उकसाते पाए गए, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इतनी बड़ी तादाद में बच्चों का सड़क पर उतर जाना जांच का विषय है। इसके पीछे यदि शिक्षकों का हाथ होगा तो उन पर जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।