DURG NEWS. उतई स्वास्थ्य केंद्र की जर्जर हालत एक बार फिर उजागर हो गई, जब अस्पताल की छत का सीमेंट प्लास्टर भरभराकर अचानक नीचे गिर गया। यह घटना परसों रात की है, जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। छत का गिरना स्वास्थ्य केंद्र में घटिया निर्माण और लापरवाही का जीवंत प्रमाण बन गया है। गनीमत यह रही कि छत के ठीक नीचे रखे बेड पर उस समय कोई मरीज नहीं था, वरना एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।

बता दें, शासकीय अस्पतालों में अव्यवस्था की खबरे अक्सर ही आती रहती है। लेकिन छत गिरने की घटना मरीजों की जान पर खतरा है। ऐसे में यहां उपचार कराने पहुंचे मरीजों के परिजन भी काफी चिंतित है। जब छत भरभरा का गिरा तो वहां पर कोई मरीज नहीं था लेकिन वहां पर एक बेड रखा हुआ था।


यदि इसमें कोई मरीज होता तो उसकी क्या हालत होती समझ ही सकते हैं। इस तरह की घटना का जिम्मेदार आखिर कौन है। इस तरह की घटनाएं शासकीय अस्पतालों की पोल खोल कर रख देती है। स्वास्थ्य सुविधओं के नाम पर लाखों-करोड़ों के बजट पास होते है। इसके बाद भी इस तरह से छत का गिरना बहुत ही शर्मनाक बात है।

मरीजों का इलाज अब बरामदे में
इस भयावह हादसे के बाद अस्पताल प्रशासन ने एहतियातन सभी मरीजों को वार्ड से बाहर निकालकर बरामदे में शिफ्ट कर दिया है, जहां उनका इलाज अस्थायी रूप से किया जा रहा है।