BIJAPUR NEWS. नक्सलियों ने एक बार फिर दहशत फैलाने के लिए उत्पात मचाया है। बीजापुर जिले में मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने एक युवक को मार डाला। दूसरी ओर, सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए बिछाए गए IED की चपेट में आने से एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया है। बता दें कि बीजापुर में नक्सलियों ने 15 दिनों में मुखबिरी के शक में 6 लोगों की हत्या की है, जिसमें 4 ग्रामीण और 2 छात्र शामिल हैं। नक्सलियों ने पिछले 25 साल में 1821 लोगों का मर्डर किया है।
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जानकारी के अनुसार बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र के पेरमपल्ली गांव की है, जहां नक्सलियों ने कवासी हूँगा नामक युवक को देर रात मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि नक्सलियों को युवक पर पुलिस की मुखबिरी का शक था। यह घटना उस वक्त हुई जब गांव के अधिकांश लोग अपने घरों में सो रहे थे। हत्या के बाद नक्सली मौके से फरार हो गए।
गौरतलब है कि बीते महीने भी नक्सलियों ने बीजापुर के पेद्दाकोरमा में तीन और पामेड़ क्षेत्र में दो ग्रामीणों की हत्या कर दी थी। इस प्रकार की घटनाएं क्षेत्र में भय का माहौल बना रही हैं। बीजापुर एसपी ने हत्या की पुष्टि करते हुए कहा कि, “पुलिस टीम मौके के लिए रवाना कर दी गई है। प्रथम दृष्टया अज्ञात लोगों द्वारा हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जांच जारी है और जैसे ही तथ्य सामने आएंगे, उन्हें साझा किया जाएगा।
वहीं, मद्देड़ थाना क्षेत्र में पेगड़ापल्ली गांव का रहने वाला विशाल गोटे सिराकोंटा और दम्पाया के बीच जंगल में फुटू (जंगली कंदमूल) लेने गया था। इसी दौरान वह नक्सलियों द्वारा पहले से बिछाए गए प्रेशर IED की चपेट में आ गया। IED को सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाया गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश उसकी चपेट में निर्दोष ग्रामीण आ गया।
इससे घायल विशाल गोटे को पहले मद्देड़ स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया, फिर जगदलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। बता दें कि इसके बाद बीजापुर जिले के पामेड़ थाना क्षेत्र में 22 जून को नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक पर समैय्या और वेको देवा की हत्या की थी। समैय्या पहले नक्सली था। उसने 2025 में आत्मसमर्पण किया है। वहीं वेको देवा ग्रामीण है। दोनों नक्सल प्रभावित गांव सेंड्राबोर और एमपुर के रहने वाले थे। मामला है।