RAIPUR NEWS. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 25 जुलाई को OBC महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी विशेष रूप से इस सम्मेलन में शामिल होंगे । इसमें देश भर के ओबीसी नेताओं को आमंत्रित किया गया है । इसमें शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के कई बड़े OBC वर्ग के नेता दिल्ली रवाना हुए ।
दिल्ली रवाना होने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू , पूर्व कैबिनेट मंत्री उमेश पटेल, पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू प्रमुख रूप से शामिल है । कांग्रेस विधायक संदीप साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के सभी OBC वर्ग के विधायक और OBC कांग्रेस के पदाधिकारी भी इस महासम्मेलन में शामिल होंगे । इस बैठक में आने वाले समय में ओबीसी वर्ग लोगों के हक अधिकार को लेकर चर्चा होगी । कैसे उनके शैक्षणिक और राजनीतिक स्तर को बढ़ाया जाए इस पर विचार विमर्श किया जाएगा ।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी सामाजिक न्याय और पिछड़े वर्गों के हक के लिए एक बड़ी पहल करने जा रही है। 25 जुलाई को तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में “पिछड़े वर्ग का भागीदारी न्याय महासम्मेलन” आयोजित किया जा रहा है। जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी उपस्थित रहेंगे।
छत्तीसगढ़ की ओर से इस बैठक में भूपेश बघेल, धनेंद्र साहू समेत वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस ऐतिहासिक महासम्मेलन का आयोजन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग विभाग द्वारा किया गया है।
इस बैठक में सामाजिक न्याय की आवाज़ को और अधिक मुखर करना, ओबीसी समुदाय को शिक्षा, राजनीति और रोजगार सहित सभी क्षेत्रों में वास्तविक भागीदारी दिलाना और जातिगत जनगणना जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
अनिल जय हिंद यादव और कांग्रेस नेतृत्व की भूमिका
इस महासम्मेलन को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग विभाग के अध्यक्ष अनिल जय हिंद यादव भी संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में देशभर से सामाजिक न्याय की आवाज़ उठाने वाले प्रतिनिधि, ओबीसी वर्ग के नेता, कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी शामिल होंगे।इसके पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) सलाहकार परिषद की पहली बैठक पिछले दिनों बेंगलुरु में हुई थी। दो दिवसीय इस बैठक में देश भर के ओबीसी मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की पार्टी की रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया। यह बैठक भी बिहार में महत्वपूर्ण चुनावों से कुछ महीने पहले हो रही है।