RAIPUR NEWS. आने वाले 7 जुलाई को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सभा रायपुर में होना है। खेती किसानी के समय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सभा रखने से कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता सहमत नहीं है। इन बरसात के दिनों में छत्तीसगढ़ में गांव के लोग खेती किसानी में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में खरगे की सभा में किसानों और ग्रामीणों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम होने की आशंका बनी हुई है।

हालांकि कांग्रेस युवाओं, महिलाओं और सरकार से नाराज लोगों व कर्मचारियों को साधने में लगी है । इधर एक लाख से ऊपर की कैपेसिटी वाले साइंस कॉलेज मैदान में 25 हजार भीड़ की घोषणा किए जाने पर भी कांग्रेस के कुछ नेताओं को आपत्ति है । हालांकि कांग्रेस का कोई भी नेता खुलकर नहीं बोल रहा है ।

पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू और पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया का कहना है खेती किसानी के समय किसानों और ग्रामीणों की उपस्थिति थोड़ी कम हो सकती है। लेकिन साय सरकार के कामकाज से हर वर्ग के लोग त्रस्त हैं।

खास बात यह है कि भीड़ जुटाने के लिए पूर्व मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी गई है। इसमें पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे को दुर्ग शहर व ग्रामीण, जयसिंह अग्रवाल को रायपुर शहर व ग्रामीण, मोहन मरकाम को जगदलपुर व बस्तर ग्रामीण, उमेश पटेल को बिलासपुर शहर व ग्रामीण, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम का सरगुजा जिले की जिम्मेदारी दी गई है। इनके अलावा चार अन्य पूर्व मंत्रियों को भी जिले का प्रभार दिया गया है।

वहीं मल्लिकार्जुन खरगे की सभा को लेकर प्रदेश के हर जिलों में हो रही बैठकों में लोगों की नाराजगी सामने आ रही है । इस पर चुटकी लेते हुए भाजपा विधायक सुनील सोनी ने कहा कि चर्चा है कि खरगे की सभा के लिए प्रदेश भर से लोगों को पैसा देकर बुलवाया जा रहा है । कांग्रेस उनके लिए गाड़ी की व्यवस्था कर रही है। सभा में उपस्थिति को लेकर कांग्रेस भी टेंशन में है तभी तो उन्होंने मात्र 25 हजार लोगों के आने का टारगेट रखा है । सोनी ने कहा कि 7 तारीख को एक बार फिर से कांग्रेस की पोल खुलेगी ।