RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ के मैनपाट में भाजपा के सांसदों और विधायकों का कल से तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू होने जा रहा है। शिविर का उद्घाटन भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। तो वहीं 9 जुलाई को समापन गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। आखिर प्रशिक्षण शिविर में किन मुद्दों पर चर्चा होगी ? भाजपा सत्ता और संगठन के लिए क्या होंगे दिशा-निर्देश..? क्या विपक्ष कांग्रेस को घेरने पर भी बनेगी रणनीति..? शिविर को लेकर इस तरह के तमाम सवाल उठ रहे हैं।

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छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार को डेढ़ साल पूरे हो रहे हैं। इस दौरान भाजपा सत्ता और संगठन के द्वारा कई महत्वपूर्ण काम किए गए हैं। अब इन कामों के साथ साथ और क्या काम आगामी दिनों में किया जाना है, इस पर विधायक और सांसदों को दिशा निर्देश दिए जाएंगे। तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में लगभग 12 सत्र होंगे। जिसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान, धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष का प्रबोधन होगा।

सत्र में जो वर्तमान सरकार की योजनाओं, वर्तमान जन प्रतिनिधियों का दायित्व, प्रदेश संगठन के कार्य, डबल इंजन सरकार की महत्वपूर्ण काम के साथ ही भाजपा को लेकर आम जनों में विश्वास जैसे अन्य बिंदुओं पर चर्चा होगी। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद मोदी की गारंटी पर लगातार मुहर लगी है। लोकसभा, नगरीय निकाय और पंचायती चुनाव में भी भाजपा ने ऐतिहासिक दर्ज की है। इसी जीत को आगामी वर्ष 2028 और 2029 में भी बरकरार रखने पर चर्चा होगी।

प्रशिक्षण शिविर में BJP सांसदों और विधायकों के व्यवहार आम जनों के अनुरूप प्रदर्शित हो यह निर्देश भी दिए जाएंगे। हालांकि विपक्ष कांग्रेस भाजपा की प्रशिक्षण शिविर को नौटंकी बता रही है।

निश्चित रूप से भाजपा में समय-समय पर प्रशिक्षण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। पिछले दिनों आईआईएम में भाजपा सरकार के मंत्रियों का प्रशिक्षण हुआ था। इससे पहले भी रमन सिंह के कार्यकाल में सांसद और विधायकों का प्रशिक्षण हुआ है। कुल मिलाकर भाजपा अपने नीति रीति के साथ ही पार्टी के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को जन अनुरूप काम करने की भी नसीहत देती है। ताकि जड़ मजबूत बनी रहे और भाजपा-आरएसएस का राष्ट्रवाद का एजेंडा आगे बढ़ता रहे।