RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने मोदी की एक और गारंटी लागू कर दी है। मुख्यमंत्री ने महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को रेडी टू ईट काम दे दिया है। जिस पर अब भाजपा कांग्रेस सामने है। भाजपा तत्कालीन कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचारी बता रही है। वहीं कांग्रेस कह रही है मोदी गारंटी लागू करने के नाम पर खानापूर्ति हुई है।
छत्तीसगढ़ के हजारों आंगनबाड़ियों के लिए रेडी टू ईट तैयार करने वाली महिला स्वसहायता समूहों का काम तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने छीन लिया था। सत्ता में वापसी के लिए भाजपा ने मोदी की गारंटी में फिर से समूह की महिलाओं को रेडी टू ईट काम देने का वादा किया था। डेढ़ साल बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ में कल कई महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ रेडी टू ईट बनाने के लिए अनुबंध किया।
जिस पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा हमने बहनों को काम देने का वादा किया था। कांग्रेस ने बड़े ठेकेदार की वजह से काम छीन लिया था। कांग्रेस को 20 हजार स्व सहायता समूह की बहनों से माफी मांगना चाहिए।
इन आरोपों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा सिर्फ एक जिले में 10 महिला समूहों को काम दिया गया है। 10 महिला समूहों को काम देकर क्या मोदी की गारंटी पूरी हो गई। सरकार सभी जिलों के लिए सर्कुलर क्यों जारी नहीं करती।
छत्तीसगढ़ में महिला स्वसहायता समूहों को काम देने को लेकर लंबे समय से राजनीति हो रही है। अब एक बार फिर राज्य सरकार ने महिला समूहों को रेडी टू इट का काम देने की शुरुआत की है। इससे महिला समूह सशक्त तो होंगे ही। आंगबाड़ियों में बेहतर गुणवत्ता का भोजन भी उपलब्ध हो सकेगा। अभी प्रोजेक्ट के तौर पर प्रदेश के 6 जिलों में इसे लागू किया गया है।
इस बीच यह देखना होगा कि पूरे प्रदेश में यह काम महिला समूहों को सौंपा जाता है या ठेकेदारों के माध्यम से कामकाज की प्रथा जारी रहती है। महिला समूहों से काम छीनने को लेकर मचे बवाल के बीच यह देखना भी दिलचस्प होगा कौन किससे माफी मांगता है और सियासी तौर पर किसे इसका लाभ होता है।