AHMEDABAD NEWS. आखिरकार 18वें सीजन में 18 नंबर जर्सी वाले किंग कोहली का आईपीएल चैम्पियन बनने का सपना पूरा हुआ। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आईपीएल फाइनल में अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर पहली बार खिताब जीता। इस ऐतिहासिक घड़ी की दहलीज पर पहुंचते ही कोहली की आंखें भर आईं। बेंगलुरु के 190 रनों के जवाब में पंजाब 184 रन ही बना सकी। दूसरी ओर, पंजाब के हाथ एक बार फिर फाइनल में खाली रह गए। बेंगलुरु आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली आठवीं टीम बनी।
बेंगलुरु का एक सीजन में सर्वाधिक जीत का रिकॉर्ड दर्ज किया। टीम ने लीग+प्लेऑफ में 11 मैच जीते हैं। बेंगलुरु 2008 से 2025 तक 18 सीजन खेली। ट्रॉफी के लिए सबसे लंबा इंतजार था। आईपीएल में 2011 से लागू प्लेऑफ सिस्टम में क्वालिफायर-1 जीतने वाली टीम ने 15 में से 12 बार आईपीएल खिताब जीता। बेंगलुरु ने क्वालिफायर-1 में पंजाब को हराया और इस बार वो चैम्पियन बनी। रजत पाटीदार पहली बार बेंगलुरु के कप्तान बने और जिताया। वॉर्न, रोहित शर्मा, पंड्या के बाद डेब्यू सीजन जिताने वाले चौथे कप्तान बन गए हैं।
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अब विराट कोहली सभी बड़े टूर्नामेंट जीत चुके हैं। इसमें वर्ल्ड कप, टी-20 वर्ल्ड कप, चैम्पियंस ट्रॉफी, अंडर-19 वर्ल्डकप और अब आईपीएल विराट सभी विजेता टीमों में रहे। वहीं, भुवनेश्वर ने 2016 में हैदराबाद के लिए आरसीबी को फाइनल में हराया था। 2025 में उन्होंने आरसीबी में रहकर चैम्पियन बनाया। हेजलवुड 8वीं बार फाइनल खेले, सभी जीते। आरसीबी ने 2025 में लीग स्टेज के घरेलू मैदान से बाहर खेले सभी 7 मैच जीते। ऐसा आईपीएल इतिहास में पहली बार हुआ। इससे पहले केवल कोलकाता और मुंबई ने 2012 में 7/8 घर से बाहर के मैच जीते थे।
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मैच के बाद विराट कोहली ने कहा कि मुझे खेलने के लिए अब ज्यादा समय नहीं मिलेगा। आप जानते हैं कि करियर का एक अंतिम समय आता है। मैं जब अपने जूते टांगने के बाद घर में बैठूं तो मुझे यह लगना चाहिए कि खेल को मैं जो दे सकता था, वह सब दिया। इस टीम को अपना सबसे बेहतर समय, जवानी और अनुभव दिया। हर बार ट्रॉफी जीतने की कोशिश की। कभी नहीं सोचा था कि यह दिन भी आएगा।
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बता दें कि मंगलवार को बेंगलुरु ने निर्धारित 20 ओवर में 190/9 का स्कोर बनाया। कोहली ने 35 गेंदों में सर्वाधिक 43 रन बनाए, जबकि कप्तान पाटीदार (26), लिविंगस्टोन (25), मयंक अग्रवाल और जितेश शर्मा ने 24-24 रन का उपयोगी योगदान दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब की शुरुआत लड़खड़ाई। टीम ने 98 रन तक चार विकेट गंवा दिए। मिडिल ऑर्डर में शशांक सिंह ने 30 गेंद में 61* रन जरूर बनाए, लेकिन जोश इंग्लिस (39), प्रियांश आर्य (24), प्रभसिमरन सिंह (26) अपने स्टार्ट को बड़ी पारी में नहीं बदल सके। नतीजतन, पंजाब की टीम 20 ओवर में 184/7 तक पहुंच सकी और 6 रन से हार गई।
ये रहे मैच के टर्निंग प्वाइंट
पहली पारी में बेंगलुरु ने 17वें ओवर में जेमिसन को 3 छक्के सहित कुल 23 रन जड़े थे। यह मैच का सबसे महंगा ओवर रहा। इसने बेंगलुरु की धीमी पारी को मोमेंटम देने का काम किया और अंत में स्कोर 190 तक पहुंच गया। वहीं पंजाब के कप्तान और टॉप स्कोरर श्रेयस अय्यर को रोमारियो शेफर्ड ने महज एक रन पर पवेलियन भेजा। वह पारी के 10वें ओवर में टीम के 79 रन के टोटल पर आउट हुए। इस बड़े चेज में श्रेयस का सस्ते में आउट होना पंजाब की हार की बड़ी वजह रही।