BILASPUR NEWS. शहर में चार वर्षों के अंतराल के बाद एक बार फिर सांस्कृतिक उल्लास और साहित्यिक सौंधी खुशबू से महकेगा सभागार। प्रदेश की प्रसिद्ध संस्था श्री साईनाथ फाउंडेशन द्वारा नृत्यधारा फाउंडेशन व नभअनंत फाउंडेशन के सहयोग से दो दिवसीय सांस्कृतिक-साहित्यिक महोत्सव “जश्न-ए-ज़बाँ” का आयोजन किया जा रहा है।
बता दें, यह बहुप्रतीक्षित महोत्सव 14 व 15 जून को पंडित देवकीनंदन दीक्षित सभागार में प्रतिदिन शाम 5 बजे से शुरू होगा। इस आयोजन में कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और रंगमंच के कुल 16 सत्र शामिल हैं, जिसमें देशभर के प्रतिष्ठित कलाकार और साहित्यकार भाग लेंगे।
नृत्य-संगीत की होगी अनुपम झलक
इस उत्सव में नृत्यधारा डांस अकादमी द्वारा कत्थक, अंतर्राष्ट्रीय नृत्यांगना आंचल पांडेय द्वारा ओडिसी, भिलाई के रतीश बाबू और उनकी टीम द्वारा भरतनाट्यम और डी फॉर डांस अकादमी द्वारा वेस्टर्न डांस की प्रस्तुति दी जाएगी। वहीं, सितार, सारंगी और बांसुरी वादन की सुरमयी प्रस्तुतियों के साथ लोकगायिका आरु साहू का छत्तीसगढ़ी लोकगायन आकर्षण का केंद्र होगा। वाराणसी और कोलकाता से आए शास्त्रीय कलाकारों की प्रस्तुतियाँ भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगी।
रंगमंच व साहित्य के रंग भी होंगे शामिल
रुसी नाटक “द स्नीज़” का मंचन अग्रज नाट्य दल द्वारा किया जाएगा। साहित्यिक सत्र में लोककवि मीर अली मीर और डॉ. सोमनाथ यादव मशहूर आरजे प्रियल मिश्रा के साथ छत्तीसगढ़ी गीतों में बढ़ती अश्लीलता पर परिचर्चा करेंगे।
युवा कवि सम्मेलन, ओपन माइक व अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में शशि श्रेया (लखनऊ), एकाग्र शर्मा (मुंबई), रोहित झन्नाट (इंदौर), सान्या राय (बोधगया) और हीरामणि वैष्णव (कोरबा) जैसे युवा रचनाकार अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगे।
बिलासपुर गौरव सम्मान से सम्मानित होंगी 15 हस्तियां
महोत्सव के अंतर्गत बिलासपुर गौरव सम्मान से पंडित रामलाल बरेठ, पंडित नंदकिशोर शुक्ल, डॉ. विनय कुमार पाठक, डॉ. सुप्रिया भारतीयन, डॉ. सतीश जायसवाल, डॉ. सोमनाथ यादव, रश्मिलता मिश्रा, द्वारिका प्रसाद अग्रवाल, डॉ. ओम माखीजा, भरत वेद सहित मार्मिक चेतना वेलफेयर सोसाइटी, धिति वेलफेयर फाउंडेशन, ख़्वाब वेलफेयर फाउंडेशन, सैयद इमरान आलम, और बिलासपुर गौसेवा धाम को सम्मानित किया जाएगा।