JAGDALPUR NEWS. छत्तीसगढ़ सरकार जीरो टॉलरेंस को लेकर लगातार अफसरों पर दबाव बना रही है, लेकिन अफसर बेखौफ हैं। ताजा मामला बस्तर के कार्यपालन अभियंता अजय कुमार टेमबूरने से जुड़ा हुआ है। जो ₹2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गए हैं।

आपको बता दें कि अपने विभाग के ही ठेकेदारों पर दबाव बनाकर पैसा वसूली करने वाले पीडब्ल्यूडी के विद्युत यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता को ठेकेदारों ने एसीबी को सूचना देकर गिरफ्तार करवा दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक संभाग मुख्यालय के अफसर अपने घर से ही दफ्तर चलाया करता था और यही ठेकेदारों को बिना पेमेंट के किसी भी भुगतान को नहीं करने के लिए धमकी देता था। निरंतर प्रताड़ना से तंग आकर ठेकेदारों ने ई.ई. के खिलाफ शिकायत कर दी।


इधर, एसीबी की टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत पैसों के साथ आरोपी अजय कुमार को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही अजय कुमार के दुर्ग, रायपुर सहित अन्य आवास में भी एसीबी की टीम दबिश देने पहुंच गई है। एसीबी के डीएसपी रमेश मरकाम ने बताया कि विभाग ने सूचना मिलने के बाद रंगे हाथों आरोपी को गिरफ्तार किया है। एसीबी की इस कार्रवाई से अन्य अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है।


वहीं लोरमी के बिजली विभाग में एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की। कनिष्ठ अभियंता को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। बताया जा रहा है कि, कृष्ण कुमार गुप्ता ने नंदकुमार साहू से अवैध कनेक्शन पर कार्रवाई न करने के एवज में 50 हजार रुपये की मांग की थी। बिजली ऑफिस से 300 मीटर दूर किराना दुकान के पास निजी वाहन में वह रिश्वत ले रहा था। इस दौरान एसीबी की टीम ने पकड़ लिया।