RAIPUR/BHILAI NEWS. छत्तीसगढ़ में चर्चित शराब घोटाले की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में लगातार छापे की कार्रवाई की जा रही है। इस बीच, एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने बड़ा कार्रवाई की है। जांच एजेंसियों की टीमों ने रायपुर-भिलाई समेत 20 से ज्यादा जगहों पर छापे मारे हैं। ACB और EOW की कई टीमें चार गाड़ियों में सुबह 4 बजे भिलाई पहुंची। बताया जा रहा है कि अभी भी दस्तावेजों की जांच चल रही है।
जानकारी के अनुसार जेल में बंद मंत्री कवासी लखमा के करीबियों के ठिकानों पर दबिश दी गई है। दुर्ग, भिलाई, महासमुंद, धमतरी और रायपुर के कई ठिकानों पर कार्रवाई जारी है। सबसे बड़ी कार्रवाई दुर्ग में चल रही है। यहां आम्रपाली सोसाइटी स्थित अशोक अग्रवाल के निवास, जो स्टील इंडस्ट्री से भी जुड़े हुए हैं, उनके यहां कार्रवाई चल रही है। इसके साथ ही दुर्ग जिले के दो अन्य करीबियों के निवास पर भी कार्रवाई जारी है। एक अन्य टीम नेहरू नगर में बंसी अग्रवाल और केजरीवाल के यहां छापा पड़ा है।
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वहीं खुर्सीपार में विनय अग्रवाल के यहां दस्तावेजों की जांच चल रही है। बता दें कि छावनी चौक भिलाई के पास अशोक अग्रवाल की फेब्रीकेशन और अन्य चीजों की फैक्ट्री है। बता दें कि अशोक अग्रवाल पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबी हैं। इन पर लखमा के साथ मिलकर शराब घोटाले को अंजाम देने का आरोप है। एक टीम अशोक अग्रवाल को गाड़ी में पकड़कर कहीं ले गई है, वहीं एक टीम उनके घर में जांच कर रही है। ऐसी जानकारी मिली है कि एक टीम अशोक अग्रवाल को लेकर उनकी फैक्ट्री गई है, वहां भी टीम दस्तावेजों की जांच करेगी।
इनके यहां कार्रवाई
- एसके केजरीवाल, नेहरू नगर, भिलाई
- अशोक अग्रवाल, आम्रपाली अपार्टमेंट, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, भिलाई
- विनय अग्रवाल, खुर्सीपार
- संजय गोयल, स्पर्श हॉस्पिटल, नेहरू नगर
- चतुर्भुज राठी बिल्डर और भाजपा नेता दुर्ग
- बंसी अग्रवाल, नेहरू नगर
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बता दें कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ACB-EOW की टीम ने करीब 3 दिन पहले ही कवासी लखमा और उनके करीबियों के 13 ठिकानों पर छापेमारी की थी। शनिवार को रायपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, जगदलपुर और अंबिकापुर में दबिश देकर दस्तावेज, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बैंक अकाउंट और जमीनों में निवेश से संबंधित दस्तावेज और 19 लाख रुपए कैश बरामद किए थे।