RAIPUR NEWS. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर ये जानकारी देते हुए लिखा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमला, उसके बाद भारतीय सैन्य कार्यवाही और फिर अमेरिका के हस्तक्षेप से हुए युद्ध विराम पर संसद में चर्चा आवश्यक है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि देश को भी जानने हक है कि अब तक हमारी राजनीतिक, रणनीतिक और वैश्विक स्थिति क्या है ? । भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि दोनों सरकार ने सीजफायर का निर्णय लिया है लेकिन ये अपमानजनक है कि इसकी घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति ने की। दोनों सरकार में से कोई घोषणा करते तो यह अलग बात थी । ट्रंप का निर्देश अपमानजनक है ।
उन्होंने कहा कि 1971 में ऐसी स्थिति में इंदिरा गांधी ने कहा था कि कोई भी तीसरा देश हस्तक्षेप नहीं करेगा । मध्यस्थता कोई भी कर सकता है लेकिन ट्रंप पंच बना है । उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि ऐसी परिस्थितियों कैसे बनी ।
सरकार के फैसले पर कोई आपत्ति नहीं है युद्ध रुकना चाहिए । सरकार जो भी कदम उठाए कांग्रेस साथ है जो निर्णय लेना है सरकार ले । मगर सवाल अभी भी है कि पहलगाम में जो 26 आम नागरिक मारे गए हैं उसके लिए जिम्मेदार कौन है ? सुरक्षा में चूक हुई, इंटेलिजेंस फैलियर हुआ, इसके लिए जिम्मेदार कौन है, उसे पर क्या कार्रवाई की जा रही है ? इसका जवाब देना चाहिए ।
इस पर भाजपा विधायक सुनील सोनी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में एक-एक चीज की जानकारी दी जा रही है । कांग्रेस को अगर इसके अलावा भी और जानकारी चाहिए तो रक्षा मंत्री से टाइम लेकर पूरी जानकारी ले सकते हैं। इसको लेकर विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग का कोई औचित्य नहीं है ।