आकृति तिवारी
RAIPUR NEWS. युक्तिकरण (युक्तियुक्तकरण) का विरोध करते हुए छत्तीसगढ़ में हजारों की संख्या में शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस आंदोलन के तहत उन्होंने मंत्रालय का घेराव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और उनकी कोशिश नाकाम कर दी। इसके बावजूद शिक्षकों ने आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है और सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं।
शिक्षकों का कहना है कि सरकार युक्तिकरण के माध्यम से हमसे हमारे पद छीनना चाहती है और यह एक साजिश है। उनका यह भी कहना है कि इससे शिक्षा व्यवस्था में कोई सुधार नहीं होगा, बल्कि स्थिति और भी बदतर हो जाएगी।
गौरतलब है कि चुनाव के समय भाजपा सरकार ने 53,000 से अधिक शिक्षकों की स्कूलों में भर्ती की गारंटी दी थी, लेकिन अब शिक्षकों का कहना है कि सरकार ना केवल नई भर्ती से पीछे हट रही है, बल्कि हमारे वर्तमान पद भी समाप्त करना चाहती है। हम ऐसा नहीं होने देंगे, चाहे इसके लिए हमें कितने भी दिन संघर्ष क्यों न करना पड़े।
तीरंदाज न्यूज़ की टीम ने आंदोलनकारी शिक्षकों से बातचीत कर मामले की जानकारी ली। शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे और उनके साथियों ने बताया कि नया रायपुर स्थित तूता धरना स्थल पर सभी शिक्षकों ने युक्तिकरण के विरोध में प्रदर्शन किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उन्होंने यह भी बताया कि युक्तिकरण के कारण कई पद समाप्त हो जाएंगे और इससे संबंधित शिक्षकों के अधिकारों का हनन होगा।
संघ के अध्यक्ष और अन्य शिक्षकों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी बात नहीं सुनती और युक्तिकरण की प्रक्रिया को समाप्त नहीं करती, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।