RAIPUR NEWS. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रेस कांन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार को कई मुद्दों पर घेरा। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बस्तर से नक्सलवाद के खात्मे, बस्तर में बुनियासी सुविधाओं के विकास, कोरबा में दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष और प्रधानमंत्री के दुबारा थर्मल पावर प्लांट के शिलान्यास को प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिराने वाला बताया।

भाजपा की डबल इंजन की सरकार के द्वारा बस्तर से नक्सलवाद को खत्म करने के दावे पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इसकी शुरुवात उनके कार्यकाल में हो गई थी। शिक्षा स्वास्थ्य समेत सभी क्षेत्रों में हमने काम किया । बस्तर के 600 गांवों को हमने नक्सलियों से खाली कराया ।

हमारे शासनकाल में नक्सली सिमटकर रह गए थे । नक्सलियों को घुसकर मारने की शुरुआत हमारे शासन में हुई । सभी अभी बस्तर में जो चल रहा है उस पर संदेह जाहिर करते हुए कहा कि खदानों पर सरकार की निगाहें हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है भयावह है ।

भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे शासन में कोर सेक्टर में कैंप खोले थे । सड़कें बनाए, ब्रिज बनाए आर्थिक रूप से मजबूत किया गया । अबूझमाड़ में हमने आदिवासियों को पट्टा दिया । हाट बाजार में हमने स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई । मलेरिया से जवानों की मौतों में काफी कमी आई है । लघु वनोपज का वैल्यू एडिशन करने की हमने शुरुआत की थी ।

वहीं उन्होंने कहा कि कोरबा में दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हुआ। प्रति टन 50 रुपए वसूली करने पर विवाद हुआ । कोयले की कमाई के लिए खूनी संघर्ष हुआ है। 50 रुपए प्रति टन वसूली का मामला बेहद गंभीर है । इस केस को ईडी को सौंप देना चाहिए ।

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दोबारा थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री के द्वारा दुबारा थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास कराए जाने के मामले में कहा कि थर्मल पावर प्लांट पर पीएमओ को धोखे में रखा गया। पहले से शिलान्यास हो गया था, तो पीएमओ को बता देना था । हजारों लोगों के बीच हमने शिलान्यास किया था । प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिराने का काम सरकार ने किया है।





































