RAIPUR NEWS. राजधानी में बढ़ते अपराध को लेकर बीजेपी सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखते हुए राजधानी में पुलिस बल बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि रायपुर तेजी से विकसित हो रहा शहर है, ऐसे में यहां बेहतर सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था की सख्त जरूरत है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसा और कहा कि आखिरकार सुशासन की कलई खुल गई।
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सांसद अग्रवाल ने पत्र में कहा कि राजधानी में 796 पुलिस पद खाली हैं, जिससे अपराधियों में कोई भय नहीं रह गया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि लोकतंत्र में कमियों को इंगित करना बीजेपी की परंपरा है, और मुख्यमंत्री व्यस्त रहते हैं, इसलिए उन्होंने पत्र लिखकर ध्यान दिलाना जरूरी समझा।
इस पत्र पर छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “बृजमोहन अग्रवाल वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने सुझाव दिए हैं। सरकार उनके सुझावों पर विचार करेगी।” साथ ही कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, “कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को अपराधगढ़ बना दिया था, आज उन्हें बोलने का कोई हक नहीं है।”
इधर, कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने इस पत्र को “लेटर बम” करार देते हुए कहा कि “सरकार के भीतर आपसी तालमेल की कमी दिख रही है, तभी सांसद को पत्र लिखना पड़ रहा है।”
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मुद्दे पर तंज कसते हुए कहा, “जब बीजेपी के वरिष्ठ सांसद ही कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को पत्र लिख रहे हैं, तो इससे सरकार के सुशासन की पोल खुल गई है।” उन्होंने कटाक्ष करते हुए पूछा कि “आखिर सरकार किस प्रकार का सुशासन तिहार मना रही है?
इस पत्र को लेकर राज्य की सियासत गर्म होती दिख रही है और विपक्ष इसे सरकार की विफलता के तौर पर पेश कर रहा है, जबकि सरकार इसे एक वरिष्ठ नेता का रचनात्मक सुझाव बता रही है।
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आपको बता दें कि रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल इसके पहले भी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिख चुके हैं । और उस पत्र में उन्होंने बर्खास्त बीएड डिग्री धारी शिक्षकों के समायोजन की मांग मुख्यमंत्री से की थी । एक हफ्ते में बृजमोहन अग्रवाल ने लगातार दूसरा पत्र मुख्यमंत्री को लिखा है और इस बार उन्होंने रायपुर जिले में 700 से अधिक खाली पदों पर पुलिस कर्मियों की नियुक्ति को लेकर मांग की है।