WASHINGTON NEWS. 19 मार्च यानी बुधवार तड़के दुनिया को एक राहत भरी खबर मिली। नौ महीने 13 दिन तक अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स बुधवार तड़के 3:28 बजे फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में सकुशल लैंड हो गईं। उनके साथ विलमोर, निक हेग और रूस के एलेक्जेंडर गोरबुनोव भी हैं। वे भारतीय समयानुसार मंगलवार सुबह 10:35 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से स्पेसएक्स के ‘ड्रैगन’ कैप्सूल से पृथ्वी के लिए रवाना हुई थीं। अंतरिक्ष यात्रियों ने करीब 17 घंटे की यात्रा की। टेकऑफ से पहले जापानी अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी ने कैप्सूल और स्पेस स्टेशन के बीच हैच सील पर धूल के कुछ कण देखे। ये सुनिश्चित करने के लिए सील पूरी तरह एयरटाइट रहे, इन्हें पूरी तरह हटाना बहुत जरूरी था। ओनिशी ने यह काम पूरा किया, जिसके बाद टेकऑफ को हरी झंडी दी गई।
इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का स्पेसक्राफ्ट ‘ड्रैगन’ 10 बार अंतरिक्ष यात्रियों को सकुशल स्पेस स्टेशन ले जा चुका है और 10 बार वापस भी लौट चुका है। यानी इसका सक्सेस रेट 100% रहा है। सुनीता विलियम्स और विलमोर को स्पेस स्टेशन पर सिर्फ आठ दिन बिताने थे, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण वे 286 दिनों तक वहां फंसे रहे। इस दौरान उन्होंने 4,500 बार पृथ्वी की परिक्रमा की।
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नासा के अधिकारी रॉब नावियास ने कहा, ‘यह अंतरिक्ष में सबसे लंबा मिशन नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से एक चुनौतीपूर्ण अनुभव था।’ बता दें कि सुनीता विलियम्स अपने तीन मिशन में कुल मिलाकर 609 दिन अंतरिक्ष में बिता चुकी हैं। इस लिहाज से वे नौवें नंबर पर हैं। रूस के ओलेग कोनोनेन्को 1,110 दिन के साथ इस सूची में टॉप पर हैं। टॉप-10 में रूस/सोवियत संघ के 8 और अमेरिका के दो अंतरिक्ष यात्री हैं। पेगी विटसन (675 दिन) के बाद सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाली अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री बन गई हैं।
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इधर, सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी के लिए उनके पैतृक गांव झूलासण में दिवाली जैसी तैयारी की गई थी। जैसे ही उनके सकुशल लौटने की खबर आई, पूरा गांव खुशी से झूम उठा। सुनीता के चचेरे भाई नवीन पंड्या ने बताया कि उनके सम्मान में भव्य जुलूस भी निकाला गया। इसमें प्रार्थना और आतिशबाजी के साथ दिवाली और होली जैसा जश्न मनाया गया। जुलूस में सुनीता की तस्वीर रखी गई। इससे पहले, गांव के लोगों ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थनाएं कीं। अखंड ज्योति जलाई गई। यह ज्योति तब से जल रही है, जब सुनीता अंतरिक्ष में गई थीं।
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सुनीता को पूरी तरह सामान्य होने में 6 हफ्ते लगेंगे
बुधवार तड़के जब सुनीता विलियम्स और विलमोर पृथ्वी पर उतरे, तो वे अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पा रहे थे। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि वे लंबे समय से शून्य गुरुत्वाकर्षण में थे। उन्हें स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाया गया। नासा के अनुसार, उनकी रिकवरी प्रक्रिया तत्काल शुरू कर दी गई है। डॉक्टरों के मुताबिक, पहले चरण में चलने, लचीलापन बढ़ाने और मांसपेशियों को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा। पूरी तरह से सामान्य होने में छह हफ्ते तक लग सकते हैं, जिसमें विशेष व्यायाम और पोषण योजना शामिल होगी।
बता दें कि आमतौर पर, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर नए और पुराने क्रू के बीच पांच दिनों का ‘हैंडओवर पीरियड’ होता है, ताकि नए क्रू को स्टेशन के संचालन की जानकारी दी जा सके। लेकिन इस बार नासा ने इसे घटाकर सिर्फ दो दिन कर दिया, ताकि स्पेस स्टेशन पर भोजन की बचत हो और मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए क्रू-9 के सदस्यों की वापसी के लिए अधिक अवसर मिल सके। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद वापसी के इस मिशन में तेजी आई।