JAGDALPUR NEWS. बस्तर संभाग का इकलौता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल अब निजी संस्था द्वारा संचालित किया जाएगा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, लेकिन आचार संहिता के चलते अस्पताल के संचालन की शुरुआत में मार्च तक का वक्त लग सकता है। इस सात मंजिला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
बता दें की विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के कारण छत्तीसगढ़ सरकार ने इसे निजी हाथों में सौंपने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि पूरा नियंत्रण सरकार के पास रहेगा, लेकिन डॉक्टरों की कमी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
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गौरतलब है कि इसका निर्माण केंद्र सरकार की योजना के तहत किया गया, जिसमें कुल 232.73 करोड़ रुपये की लागत आई। इस राशि में 60% हिस्सा केंद्र सरकार ने दिया था, जबकि शेष 40% राज्य सरकार ने वहन किया।
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इस अस्पताल में सिटी स्कैन, कार्डियोलॉजी मशीन, डिजिटल एक्स-रे मशीन पहले ही लगाई जा चुकी हैं, और करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से अन्य आधुनिक चिकित्सा उपकरण भी लगाए जाएंगे। इसके माध्यम से किडनी, लिवर और न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का उन्नत इलाज संभव हो सकेगा।
आजादी के बाद से बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी एक गंभीर मुद्दा रहा है, और यह हमेशा चुनावी बहस का विषय भी बना रहा है। हालांकि, उद्घाटन के बाद से कर्मचारियों और डॉक्टरों की नियुक्ति न होने के कारण अस्पताल के संचालन में देरी हो रही थी। अब सरकार ने इसे निजी संस्था के हवाले करने के निर्णय पर अंतिम मुहर लगा दी है।
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