KANKER NEWS. ग्राम पंचायत में हुए भारी भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीण इस कदर नाराज हुए है कि उन्होंने पंचायत चुनाव तक का बहिष्कार करने की चेतावनी दे दी है। ग्रामीणों ने गांव के सरपंच और सचिव पर 91 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा करने का आरोप भी लगाया है। उनका कहना है कि बिना काम कराये ही ये लोग राशि निकालते रहे हैं। ग्रामीणों ने दोषियों पर कार्यवाही नहीं होने पर चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है।
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दरअसल, पखांजुर के ग्राम पंचायत बिष्णुपुर में ठीक चुनाव से पहले ग्रामीणों ने सरपंच सचिव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ग्राम पंचायत में हुए घोटाले को लेकर ग्रामीण SDM से इसकी शिकायत भी कर चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप हैं कि पंचायत में विकास कार्य के नाम पर सिर्फ राशि आहरण ही किया गया। पर जमीनी स्तर में बिल्कुल भी कार्य नहीं हुआ। जिसकी जांच हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद अब सभी राजनीतिक दल अपने अपने क्षेत्र में चुनाव की तैयारी में जुट चुके हैं। साथ ही ग्राम पंचायत में सरपंच, उपसरपंच, वार्डपंच के लिए समीकरण तैयार किया जा रहा है। इस बीच ग्राम पंचायत बिष्णुपुर से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आयी है। सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र को विकास के लिए लाखों करोड़ों खर्च तो किया जाता है, पर सरपंच सचिव मिलीभगत कर विकास करना भूल जाते हैं और सरकार को कागजो में ही विकास दिखा कर सारी राशि का आहरण कर लिया जाता है।
जैसे ही इस पंचायत के ग्रामीणों को पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की भनक लगी, तो उन्होंने सारी जानकारी निकाली, उसके बाद खुलासा हुआ कि बिना कार्य किये ही गुपचुप तरीके से राशि आहरण कर लिया गया। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने इसकी शिकायत SDM से करते हुए तत्काल जांच कर कार्यवाही की मांग की है। अब देखना होगा ग्राम पंचायतों के विकास कार्य में घोटाला कर फर्जी तरीके से राशि आहरण करने वालो पर क्या कार्यवाही हो पाता है। ग्रामीणों का कहना है की अगर कोई कार्यवाही नहीं होता है, तो विष्णुपुर पंचायत के सभी मतदाता चुनाव का बहिष्कार करने के लिए बाध्य होंगे।