BHILAI NEWS. जिस दिव्यांग लाल सिंह चतुर्वेदी का शव कुठेलाभाठा के तालाब में मिला था। उसकी हत्या चार लोगों ने मिलकर की थी। दुर्ग पुलिस ने इस पूरे मामले का आज बड़ा खुलासा किया। एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर और सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि इस दिव्यांग की हत्या 4 लोगों ने मिलकर की थी। जिसमें 3 नाबालिग है।
उन्होंने बताया कि मृतक लाल सिंह शराब के नशे में था, इसी बीच आरोपी आयुष बागड़े अपने नाबालिग दोस्तों के संग उसे कोसानाला के पास मिला। जहां उससे झगड़ा कर उसके मोबाइल और ई-रिक्शा को छीनने की कोशिश की थी, इसी बीच उनके बीच हाथापाई हुई और आरोपियों ने उसकी मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद आऱोपी उसी की ई-रिक्शा में ही उसे बैठाकर कुठेलाभाठा तालाब ले गए। और वहां उसे फेंक दिया, ताकि लोग उसे दुर्घटना समझे, लेकिन शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सुपेला पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर किया। और सीसीटीवी सहित मृतक के मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इधऱ आरोपियों ने ई-रिक्शा को सेक्टर 6 के गार्डन के पास छोड़ दिया था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। बता दें कि लाल सिंह चतुर्वेदी के गायब होने के बाद घऱवालों ने गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई थी। जिसके बाद उसका दो दिन बाद शव मिला। शव को देखने के बाद घरवालों ने सुपेला थाना पहुंचकर हत्या की आशंका जताई थी। इसी बीच सुपेला पुलिस ने हत्या के इन आरोपियों को खोज निकाला। आरोपी आयुष बागड़े सहित तीन नाबालिगों को पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया।, जिसके बाद विधि संगत बालकों पर न्यायोचित कार्रवाई की गई। वहीं आयुष बागड़े को जेल भेज दिया गया है।