संजीव कुमार सोनी
LUCKNOW/PRAYAGRAJ NEWS. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ-2025 भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक विरासत का समागम है। महाकुम्भ में देश और दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु व पर्यटक आयेंगे। श्रद्धालु व पर्यटकों की सुविधाओं व व्यवस्थाओं के दृष्टिगत केन्द्र व राज्य सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर को विकसित कर रही है। राष्ट्रीय राजमार्गों में 20 किलोमीटर पर एम्बुलेन्स और रिकवरी व्हीकल तथा विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए पेट्रोलिंग वाहन तथा क्रेन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर घटनाओं के मामले में त्वरित राहत के लिए मौजूदा घटना प्रबंधन प्रणाली के साथ सभी नजदीकी अस्पताल्स की मैपिंग होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज की ओर आने वाले सभी राजमार्र्गों में सीसीटीवी तथा स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। महत्वपूर्ण स्थानों पर अतिरिक्त स्ट्रीट लाइट्स भी लगायी जाएं। महाकुम्भ जाने वाले मार्ग पर टोल प्लाजा के पास अतिरिक्त शौचालय और राष्ट्रीय राजमार्गों पर पेयजल सुविधाएं, पर्याप्त चिकित्सा एवं यातायात सहायता पोस्ट की व्यवस्था कराई जाए। महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों के सुखद अनुभव के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि राजमार्ग गड्ढा मुक्त हों।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में विश्वविख्यात प्रयागराज महाकुम्भ-2025 से सम्बन्धित राष्ट्रीय राजमार्गों के कार्य व सडक़ परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गये कि सम्बन्धित राष्ट्रीय राजमार्गों, बाईपास, इनर रिंग रोड व सेतु निर्माण के शेष कार्य हर-हाल में आगामी 25 दिसम्बर तक पूर्ण कर लिया जाए। इन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पूर्णत: सुनिश्चित की जाए तथा सुरक्षा मानक का विशेष ध्यान रखा जाए।
ज्ञातव्य है कि इन निर्माण कार्यों में 63.17 किलोमीटर रायबरेली से प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण का कार्य व 04 स्थान पर फोरलेन बाईपास के निर्माण, 7.6 किलोमीटर प्रयागराज इनर रिंग रोड (प्रथम चरण, पैकेज-थर्ड), 10.98 किलोमीटर टू लेन प्रतापगढ़ बाईपास, 5.10 किलोमीटर फोर लेन जसरा बाईपास तथा 24.2 किलोमीटर प्रयागराज, फाफामऊ में गंगा नदी पर बने सेतु के समानान्तर नये छह लेन सेतु एवं पहुंच मार्ग के निर्माण कार्य प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-30 (रायबरेली से प्रयागराज खण्ड) में 04 स्थान-जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार, आलापुर पर निर्माणाधीन बाईपास में से 02 पूर्ण हो चुके हैं, शेष दो को भी समय से पूरा करा लिया जाए। ऊंचाहार बाईपास पर निर्माणाधीन आरओबी के काम में अनावश्यक विलम्ब न हो। फाफामऊ में गंगा नदी पर बने सेतु के समानान्तर नये 06-लेन सेतु एवं पहुँच मार्ग को तय समय में पूर्ण किया जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में नये राजमार्गों के निर्माण हेतु भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही तेजी से पूर्ण की जाए, ताकि निर्माण कार्य समय से पूर्ण हो सकें। निर्माण कार्यों से सम्बन्धित एनओसी की कार्यवाही भी समय से पूरी की जाएं। रोड एक्सीडेन्ट की घटनाओं को कम करने के लिए समन्वित प्रयास किये जाएं। मुख्यमंत्री ने लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग और बाँदा-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग के मरम्मत की आवश्यकता बताई।
इस पर केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एनएचएआई के अधिकारियों को इनके सुदृढ़ीकरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर के नौगढ़ से शोहरतगढ़ होते हुए तुलसीपुर (जनपद बलरामपुर) तक के मार्ग का सुदृढ़ीकरण आवश्यक है, जिस पर सहमति जताते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि शामली-गोरखपुर कॉरिडोर तथा अलीगढ़-मुरादाबाद-बिजनौर कॉरिडोर की डीपीआर बिड प्राप्त कर ली गयी है, जबकि अयोध्या (उतरौला)-प्रयागराज के बीच बेहतरीन कनेक्टिविटी के लिए बिड आमंत्रित की गयी है। साथ ही, प्रयागराज-वाराणसी-आरा-पटना कॉरिडोर के लिए भी बिड आमंत्रित की गयी है। गाजीपुर-जमनिया-सैयदराजा कॉरिडोर तथा गोरखपुर-किशनगढ़-सिलीगुड़ी कॉरिडोर के लिए डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है।
इस अवसर पर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह, लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान, प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग, प्रमुख सचिव वन अनिल कुमार, प्रमुख सचिव राजस्व पी गुरु प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री अमित सिंह, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, एनएचएआई एवं लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
झांसी सहित 5 मण्डल में रिंग रोड के प्रस्ताव मांगे
केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अलीगढ़, देवीपाटन, झांसी, मीरजापुर व सहारनपुर मण्डल में रिंग रोड का प्रस्ताव तैयार किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 53 जनपद में बाईपास उपलब्ध हैं तथा 08 बाईपास निर्माणधीन हैं। प्रदेश के 10 जनपद -औरैया, बुलन्दशहर, मैनपुरी, बहराइच, बागपत, भदोही, सम्भल, कौशाम्बी, चन्दौली व श्रावस्ती में बाईपास बनाने हेतु प्रस्ताव तैयार किये जाएं। उन्होंने गोरखपुर-शामली मार्ग व कानपुर-गाजियाबाद मार्ग के डीपीआर शीघ्र बनाने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने सडक़ दुर्घटनाओं को कम करने के सम्बन्ध में भी अपने आवश्यक सुझाव व दिशा-निर्देश दिये।
बरेली में एनएच 530 बी के सुदृढ़ीकरण, प्रतापगढ़ जिले में 01 बाईपास, प्रयागराज-दोहरीघाट मार्ग को 02 लेन से 04 लेन, बाराबंकी-जरवल-बहराइच मार्ग (एनएच 927) के निर्माण, कबरई-कानपुर कॉरिडोर के निर्माण के सम्बन्ध में डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।