BILASPUR NEWS. शहर में सबसे बड़े अस्पताल के तौर पर अपोलो को जाना जाता है। न सिर्फ एसईसीएल बल्कि जिले भर से बड़ी से बड़ी बीमारी के इलाज के लिए यहां उपचार के लिए पहुंचते है। लेकिन यहां पर आयुष्मान कार्ड से उपचार नहीं किया जाता है। इस पर बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधक को चेतावनी दी है कि या तो आयुष्मान कार्ड स्वीकार करें नही तो अस्पताल बंद करें।
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बता दें, अपोलो बिलासपुर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है और यहां पर आयुष्मान कार्ड से उपचार नहीं किए जाने से गरीब व निचले तपके लोग बेहतर उपचार का लाभ नहीं ले पाते है। पहले अपोलो अस्पताल ने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज करने की सहमति दी थी। इसके तहत उपचार भी किया जा रहा था लेकिन 1 दिसंबर के बाद से ही मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज करना भी बंद कर दिया है।
इस वजह से इस योजना के तहत चलने वाले डायलिसिस जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं बंद कर दी गई है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मरीजों ने बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला से इसके लिए शिकायत की। इस पर विधायक सुशांत शुक्ला अस्पताल पहुंच गए और प्रबंधन से चर्चा की। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि जब इस अस्पताल में शासकीय योजना लागू नहीं हो सकती है तो शासकीय जमीन पर बनी अस्पताल को खाली कर देना चाहिए।
विधायक के चर्चा के बाद प्रबंधन ने डायलिसिस पर सहमति जताई। अपोलो प्रबंधन ने बताया कि आयुष्मान कार्ड के तहत पहले किए गए उपचार की राशि अभी तक बकाया है इसी वजह से उपचार नहीं किया जा रहा है। विधायक ने कहा कि इस बात के लिए प्रबंधन को प्रशासनिक और राजनैतिक स्तर पर पहल क्यों नहीं की। इस तरह की परेशानी से शासन को अवगत कराना चाहिए। जब तक प्रशासन से बात नहीं करेंगे समस्या का समाधान नहीं होगा। आयुष्मान कार्ड से उपचार नहीं होने से बहुत से लोगों को परेशानी व अच्छा उपचार नहीं मिल पाता है। यदि आयुष्मान कार्ड के तहत उपचार नहीं होगा तो आंदोलन किया जाएगा।