BILASPUR NEWS. धोखाधड़ी व जालसाजी के मामले शहर में लगातार बढ़ रहे हैं। एक मामला सिविल लाइन थाने में आया है। जहां पर फिल्मी स्टाइल में चाचा ने अपने भतीजे का टर्म पॉलिसी कराया और उसे मृत बताकर बीमा कंपनी से 36 लाख वसूल लिए। जब बीमा कंपनी को इस जालसाजी का पता चला तो पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर हिरासत में लिया है।
ये भी पढ़ेंःघरों के कुएं से पानी की जगह निकला पेट्रोल, लोगों में मचा हड़कंप, जांच में जुटा प्रशासन
बता दें, मामला जरहाभाठा कस्तूरबा नगर का है। जानकारी के मुताबिक मामला तब सामने आया जब एलआईसी के प्रबंधक ने एसपी के समक्ष इस आशय की लिखित में शिकायत प्रस्तुत की। शिकायत में बताया गया कि कैसे बीमित व्यक्ति ओमप्रकार पांडेय का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर दावा प्राप्त किया गया।
एसपी के निर्देश पर सिविल लाइन पुलिस ने जांच की तो पाया कि 3 वर्ष पूर्व विजय पांडेय ने अपने भतीजे ओमप्रकाश पांडेय के नाम पर बीमा निगम की 3 पॉलिसी ली थी जिसका वह प्रीमियम जमा कर रहा था। तीनों पॉलिसी में नॉमिनी ओमप्रकाश पांडेय का भाई रमेश पांडेय था। विजय और रमेश ने मुक्तिधाम और नगर निगम से बीमित ओमप्रकाश पांडेय की मृत्यु 5 फरवरी 2024 होना बता कर उसका मृत्यु सर्टिफिकेट भी फर्जी ढंग से बनवा दस्तावेज पेश कर नॉमिनी रमेश पांडेय ने 36 लाख का क्लेम प्राप्त कर लिया।
मामले में विजय पांडेय बीमित व्यक्ति ओमप्रकाश पांडेय नॉमिनी रमेश पांडेय ने स्वीकार किया कि उसने नरेश अग्रवाल बीमा एजेंट के साथ मिलकर अपने भतीजे ओमप्रकाश पांडेय का टर्म इंशुरंस करवाया और योजनाबद्ध तरीके से नॉमिनी रमेश पांडेय को नॉमिनी बनाकर उसके मृत्यु का फर्जी प्रमाण पत्र पेश कर क्लेम का 36 लाख रुपये प्राप्त किया।
सिविल लाइन थाना में पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत आरोपी ओम प्रकाश पांडेय, रमेश पांडेय एवं विजय पांडेय को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जानकारी मिली है कि दोनों भतीजे नशे की लत के शिकार है। बताया जा रहा कि विजय ने फर्जी दस्तावेज बनवाने के बाद ये पूरा खेल खेला पर भेद खुल गया और इस फर्जीवाड़े में वह और उसके दोनों भतीजे पुलिस के हत्थे चढ़ गए।