BHILAI NEWS. साइबर ठग लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए इन दिनों नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इनमें से ही एक तरीका है ‘डिजिटल अरेस्ट’। खुद को पुलिस अधिकारी बाताकर जालसाज विक्टिम को फोन करके फसाते है और वसूली करते है। ऐसा ही एक मामला भिलाई नगर थाने से सामने आया है। जहाँ पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित रश्मि ग्रुप ऑफ कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट को पहले तो डरा धमका कर डिजिटल अरेस्ट किया गाया फिर लाखों की ठगी की गई।
जानकारी के अनुसार साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर रश्मि ग्रुप ऑफ कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट इंद्रप्रकाश कश्यप से ₹49 लाख की ठगी की है। इसके लिए आरोपियों ने पहले जेट एयरवेज के नरेश गोयल से जुड़े फर्जी केस और मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाया और फिर ठगी को अंजाम दिया गया। इतना ही नहीं इंद्रप्रकाश को फंसाने के लिए नकली कोर्ट और जज का भी इंतजाम किया गया था। फिलहाल शिकायत मिलने पर भिलाई पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि सात नवंबर को पीड़ित इंद्रप्रकाश कश्यप (51) खड़गपुर पश्चिम बंगाल में थे। जहाँ उनके पास एक फोन कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को ट्राई का अधिकारी बता कर पीड़ित को जानकारी दी कि उनके नाम जारी सिम 29 से लोगों को आपत्तिजनक मैसेज भेजे गए हैं। आरोपी ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल से तार जोड़कर खाते से करोड़ों रुपये का संदिग्ध लेनदेन की बात कही। इतना ही नहीं मुंबई के कथित साइबर ब्रांच के अधिकारी को फोन ट्रांसफर भी किया।
पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उससे कहा कि CBI कोलाबा ने FIR की है और सुप्रीम कोर्ट ने उस मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। जिसे सुनकर वो डर गाय। इसी बात का फायदा उठाकर आरोपियों ने जांच होने की बात कहकर उसे डिजिटल अरेस्ट कर लिया। आरोपियों ने उनसे कहा कि वे एक SSA (सीक्रेट सुपरविजन अकाउंट) खोल रहे हैं। उनकों अपने सभी खातों में जमा रुपयों को इस खाते में ट्रांसफर करना होगा, जिसे जांच होने के बाद उन्हें वापस कर दिया जाएगा।