BILASPUR NEWS. मोबाइल आजकल के युवाओं व बच्चों की लत बनता जा रहा है। बच्चे हो या बड़े हर किसी के पास मोबाइल है और मौका मिलने पर रिल्स व वीडियो देखने लगते हैं। इतना ही नहीं बच्चे तो मोबाइल में इस कदर लगे रहते है कि जरा सी बात पर बड़ा कदम उठा लेते है। ऐसा ही एक मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र में आया है जहां पर 11 साल के बालक ने फांसी लगाकर जान दे दी।
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बता दें, मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है। जहां ग्राम जोंधरा निवासी संतोष केवट किसान है। उनके तीन बेटे है। सबसे छोटा बेटा कबीर उम्र 11 वर्ष कक्षा पांचवी में पढ़ता था। संतोष केवट अपनी पत्नी के साथ खेत में काम करने गया हुआ था। इस दौरान उसने अपने बच्चों को स्कूल जाने की बात कही थी। इस पर उसके बड़े बेटे चंद्रप्रकाश अपने मंझले भाई के साथ स्कूल चला गया। लेकिन कबीर स्कूल नहीं गया।
वह घर पर ही था दोपहर में 1.30 बजे जब दोनों भाई घर आए तो दरवाजा अंदर से बंद था और जब उन्होंने खिड़की खोलकर देखा तो कबीर फांसी पर लटका हुआ था। चंद्रप्रकाश ने तुरंत पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। बच्चों के पिता संतोष व उसकी पत्नी भी जानकारी मिलने पर घर पहुंचे। साथ ही इस घटना की सूचना पुलिस को दे दी।
पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और परिजनों से पूछताछ की। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि संतोष के घर पर एक ही मोबाइल है और तीनों भाई एक ही मोबाइल से बारी-बारी चलाते थे। मोबाइल चलाने को लेकर तीनों के बीच लड़ाई होती रहती थी। घटना के एक दिन पहले भी तीनों की लड़ाई हुई थी। आत्महत्या का करण मोबाइल न मिलना ही बताया जा रहा है।
कई मामले है इस तरह के
मोबाइल के चलते मासूमों के जान देने के कई मामले हो चुके है। कुछ माह पूर्व अशोक नगर में एक मासूम बच्ची ने पिता के मोबाइल न खेलने के लिए कहा तो रात में फांसी लगा ली थी। इसी तरह तखतपुर क्षेत्र में एक युवक ने मोबाइल में फ्रीफायर गेम के चलते आत्महत्या कर ली थी।