BILASPUR NEWS. सरकारी नौकरी में इन दिनों कार्यालय से गायब रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्यवाही का दौर चल रहा है। लगातार लंबे समय से बिना सूचना के गायब रहने वालों को या तो निलंबित कर दिया जाता है। लेकिन बार-बार नोटिस देने के बाद भी जब नौकरी पर नहीं आता है या जवाब नहीं देने पर नौकरी से हाथ धोना पड़ जाता है। ऐसा ही औषधालय सेवक के साथ भी हुआ। लापरवाही बरतने व लंबे समय से कार्यालय से गायब रहने पर सेवा समाप्त कर दी गई है।
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बता दें, मामला आयुष विभाग का है। जहां पर कार्यरत औषधालय सेवक नकुल भारद्वाज की सेवा समाप्त कर दी गई है। जिला आयुष अधिकारी ने कलेक्टर से अनुमोदन लेने के बाद 3 अक्टूबर को सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया है।
जानकारी के मुताबिक नकुल भारद्वाज की नियुक्ति वर्ष 2022 में औषधालय सेवक के पद पर शासकीय होम्यो अस्पताल मोपका में की गई थी। वे तीन साल की परीविक्षा अवधि में चल रहे थे। बीच-बीच में गैर अनुमति के गायब रहने के बाद जून 2023 से अब तक कार्यालय से निरंतर गैरहाजिर रहे है।
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उन्हें कार्य पर उपस्थित होने के लिए व्यक्तिगत रूप से 5 चिट्ठी भेजी गई। इसके अलावा अखबार में सूचना प्रकाशित कर स्पष्टीकरण लेने का प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने पत्रों का जवाब नहीं दिया। उनके विरूद्ध विभागीय जांच में भी लगाए गए आरोपों की पुष्टि की गई। इसी वजह से छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के प्रावधानों के अंतर्गत नकुल भारद्वाज को अनुपस्थित दिनांक से सेवा से हटा दिया गया है। उन्हें नियम के अनुसार सेवा से हटाया जाने की जानकारी दी गई है।
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शिक्षा विभाग में पहले हुई है कार्यवाही
इस तरह की कार्यवाही शिक्षा विभाग में बीते माह की गई थी। जिसमें 8 से अधिक शिक्षक जो काफी लंबे समय से गायब थे स्कूल में अपनी सेवाएं नहीं दे रहे थे उनकी सेवा समाप्त की गई थी।