AMBIKAPUR NEWS. तीन दिवसीय प्रवास पर सरगुजा पहुचे पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने अपने ही अंदाज में एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला है। निश्चलानंद सरस्वती ने वर्तमान शिक्षा व्यवस्था के साथ साथ राजनीति पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। निश्चलानंद महाराज ने कहा कि विनम्रता के नाम पर अन्याय सहना सही नहीं है।
शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि अहिंसा जरूरी है, मगर जब कोई धर्म का अहित करे तो उसके लिए हिंसा का रास्ता अख्तियार करना ही पड़ता है। जो लोग अनियंत्रित हैं उन्हें नियंत्रित करने के लिए हिंसा जरूरी। निश्चलानन्द ने पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला और कहा कि नरेंद्र मोदी जब सीएम थे और मनमोहन सिंह पीएम थे तो गो हत्या बंद करने की मांग करते थे। मगर अब पीएम बनने के बाद गो रक्षकों को गुंडे बताते है और गो मांस खाने वालों के लिए ताजा गो मांस उपलब्ध करा रहे हैं। जो भी पीएम बनता है वो क्रिश्चियन का दास बन जाता है।
वहीं अयोध्या में भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी हमला करते हुए निश्चिलानंद ने कहा कि श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा सही तरीके से नहीं होने के कारण मोदी जी को इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है और वो जय श्री राम भी कहना छोड़ चुके हैं। मोदी जी नायडू और नीतीश की बैसाखी पर चल रहे हैं।
वहीं मंदिरों के प्रसाद में हो रही मिलावट और अखाद्य वस्तुओं का प्रयोग जघन्य अपराध है। इसे लेकर निश्चलानंद ने कहा कि धर्म स्थानों का संचालन सरकार द्वारा किया जा रहा है, जबकि 4 शंकराचार्य है जिन्हें धर्म स्थानों का संचालन किया जाना चाहिये। नेताओं को लेकर निश्चलानंद ने बयान दिया कि चुनाव की प्रक्रिया ऐसी की स्वस्थ शासनतंत्र का मिलना कठिन है। जिस तरह के नेता देश को चाहिए वो मिल ही नहीं रहे हैं।
उन्होंने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैकाले ने ऐसी व्यवस्था दी है कि यहां सिर्फ नौकर मिल रहे हैं। उन्होंने युवाओं में आत्महत्या के बढ़ने का कारण वर्तमान शिक्षा व्यवस्था को बताया। निश्चिलानंद ने बताया कि वर्तमान समय में जो शिक्षा व्यवस्था है उससे योग्यता के अनुसार स्थान नहीं मिलता, इस कारण आत्महत्या बढ़ रही है।
बढ़ते धर्मांतरण को लेकर उन्होंने बयान दिया कि गरीब ही बनाते हैं सरकार और उसका फायदा उठाते हैं क्रिश्चियन। जब हिन्दू कमजोर होगा तब क्रिश्चियन और मुसलमान मजबूत होगा।