BILASPUR NEWS. केन्द्रीय जेल बिलासपुर में हत्या के मामले में बंद कैदी पैरोल पर छूटने के बाद फरार हो गया। चार साल तक जेल प्रबंधन मामले में पत्राचार करती रही। इसके बाद अब सिविल लाइन थाने में इसकी शिकायत की गई है। जेल प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
बता दें, केन्द्रीय जेल के मुख्य प्रहरी श्रीधर ध्रुव ने बंदी के फरार होने की शिकायत की है। उन्होंने पुलिस को बताया कि पचपेड़ी क्षेत्र के ग्राम बिनौरीडीह निवासी दिलहरण मिरी को न्यायालय ने हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। न्यायालय के आदेश पर फरवरी 2019 से जेल में था।
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जेल महानिदेश के आदेश पर उसने दो जुलाई 2020 को पैरोल पर छोड़ा गया। 26 जुलाई 2020 को उसे जेल वापस आना था। लेकिन पैरोल पर छूटने के बाद हत्या का आरोपित फरार हो गया। उसके जेल नहीं लौटने पर जेल प्रबंधन ने पचपेड़ी पुलिस को जानकारी देकर उसे जेल दाखिल कराने कहा।
पचपेड़ी पुलिस आरोपित को नहीं खोज पायी। चार साल से फरार बंदी के जेल नहीं आने पर प्रबंधन ने सिविल लाइन थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
पैरोल पर छूट कई करते है भागने का प्रयास
सेंट्रल जेल में सजा काट रहे कई बंदी पैरोल पर छूटते हैं तो भागने का प्रयास करते हैं। बीते दो माह में दो से तीन बंदी सेंट्रल जेल से पैरोल पर छूटे थे और फरार हो गए थे लेकिन वे ज्यादा दिन तक फरार नहीं रह पाए उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया।
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एक मामले में तो पैरोल पर फरार आरोपी किसी दूसरे जगह पर नाम बदलकर रह रहा था दो से तीन साल तक पता नहीं चला लेकिन बाद में मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने उसे पकड़ा और जेल भेजा।