DHAMTARI NEWS. आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में बांटे जाने वाले लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिलाने का मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है। देश के करोड़ों हिन्दुओं में इसको लेकर काफी रोष है। इसी बीच छः दिवसीय शिव महापुराण कथा प्रवचन में पधारे अंतराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने भी इसको लेकर बयान दिया है।
अंतराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने तिरुपति मंदिर में बांटे जाने वाले लड्डू प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिलाने के मामले को सनातन धर्म को नष्ट करने के लिए साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि ये उत्तम नही है। किसी भी तरह से सनातन धर्म के प्रति घात पहुंचाने का प्रयास किया गया है, और कुछ चाल के तहत ऐसा कृत्य किया गया है।
पंडित प्रदीप मिश्रा तीसरे दिन की कथा में भी इसका जिक्र करते हुए व्यास पीठ से कहा था कि बड़े बड़े मठ मंदिरों से अधर्मियों को हटा कर विद्वानों को बैठाओ, तभी राष्ट्र का उत्थान होगा। आने वाले वक्त में सनातन धर्म रक्षा बोर्ड बनाया जाए, तभी सनातन धर्म की रक्षा होगी। मंदिर बनाओ उसके साथ गौशाला भी बनाओ तभी भगवान में शुद्धता रहेगी।
बहरहाल प्रख्यात पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा आज समाप्त हो गया है। लेकिन आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिर का विवाद मामले में बयान का दौर आगे भी जारी रहने वाला है।