BILASPUR. शहर में बुधवार को सफाई कर्मी अपना काम करने के बजाए सड़कों पर उतर गए। उन्होंने जमकर नारे-बाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और हड़ताल पर चले गए। हड़ताल पर चले जाने के कारण न तो उन्होंने सफाई का काम किया और न ही कहीं से कचरा उठाया। सफाई कर्मचारियों का कहना है कि ठेका कंपनी ने दो माह से वेतन नहीं दिया और पेमेंट भी नहीं बढ़ा रहा है। इसी वजह से उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा।
ये भी पढ़ेंः शहर में फिलिस्तीन का झंडा लगाने पर 5 को किया गिरफ्तार
बता दें, नगर निगम बिलासपुर की स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी ने शहर में सफाई व्यवस्था का काम दिल्ली की ठेका कंपनी लायंस सर्विस को दिया है। कंपनी ने यहां वार्डों में साफ-सफाई के लिए 800 कर्मचारियों को नियुक्त किया है। ये कर्मी वार्डों में जाकर नियमित रूप से सफाई करते हैं और कचरा भी उठाते है।
बुधवार को ठेका कंपनी के सफाई कर्मियों ने काम बंद कर दिया। इस वजह से शहर की सफाई व्यवस्था ठप रही। वार्डों में गंदगी व कचरे पड़े रहे। लगभग शहर के सभी वार्डों में गंदगी व कचरे के ढेर पड़े रहे। खास तौर पर श्रीकांत वर्मा मार्ग, प्रियदर्शिनी नगर, नेहरू नगर, सरकण्डा क्षेत्र सहित पूरे शहर में सफाई नहीं की गई।
ये भी पढ़ेंः रायपुर में कल निकलेगी झांकी, 10 हजार से अधिक प्रतिमाओं का विसर्जन होगा, देंखे रूट मैप
वेतन नहीं दिया इसलिए उतरे सड़क पर
सफाई कर्मियों का कहना है कि पिछले दो माह से उन्हें वेतन नहीं दिया गया है। जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है। साथ ही वेतन में वृद्धि भी नहीं की जा रही है। महंगाई बढ़ रही है लेकिन वेतन वृद्धि नहीं हो रही है। इन दोनों समस्या को लेकर उन्होंने जमकर नारे-बाजी की और विरोध जताया। साथ ही यह भी कहा जब तक वेतन नहीं तब तक काम रहेगा बंद।