AMBIKAPUR. सरगुजा में आदिवासी युवक संदीप लकड़ा की हत्या और उसके शव दफन करने के मामले में हंगामा जारी है। आज परिजनों व समाज के लोगों ने मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी व पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन किया। साथ ही शव लेने से इनकार कर दिया।
इधर पुलिस ने इस मामले में लापरवाही पाए जाने पर तत्कालीन एसआई और आरक्षक को निलंबित कर आरोपियों को तीन दिन के भीतर गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। सीतापुर के बेलजोरा के रहने वाले संदीप लकडा की हत्या की गुत्थी तो पुलिस ने सुलझा ली है। मगर उसकी गिरफ्त से मुख्य आरोपी समेत 2 आरोपी अब भी बाहर हैं।
ऐसे में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को 2 करोड़ का मुआवजा देने की मांग को लेकर पीड़ित परिवार और सर्व आदिवासी समाज ने मोर्चा खोल दिया है। सर्व आदिवासी समाज का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में गंभीर लापरवाही बरती।जिसके कारण मामले का खुलासा होने में 3 महीने का समय लग गया। ऐसे में समाज के लोग दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहे है।
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इसे लेकर आज सर्व आदिवासी समाज ने करीब 5 घंटे तक एनएच 43 पर चक्काजाम कर दिया। ऐसे में जब प्रशासन ने 3 दिन के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी का लिखित आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर आंदोलन समाप्त हो सका। मगर अब भी परिवार व समाज के लोगों ने शव सुपुर्द नामा नहीं लिया है और मांगे नहीं माने जाने तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है।
7 जून से लापता था संदीप लकड़ा
संदीप लकड़ा 7 जून से लापता था। आरोप है कि ठेकेदार अभिषेक पांडेय और उसके साथियों ने चोरी के संदेह में संदीप की हत्या की और फिर उसके शव को दफ़्न कर दिया। इस मामले में पुलिस के जांच अधिकारियों पर ही मामले में गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप हैं। ऐसे में सरगुजा रेंज के आईजी ने इस मामले में एसआई रमेश चंद्र राय और आरक्षक रूपेश महंत को तत्काल निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही प्रशासन व पुलिस ने फरार मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय समेत अन्य आरोपियों को 3 दिन के भीतर गिरफ्तार करने का लिखित आश्वासन भी दिया है। शव के अंतिम संस्कार नहीं किये जाने के मामले में प्रशासन परिवार व समाज के लोगों को समझाइस देकर अंतिम संस्कार कराने की भी बात कह रही है।
बहरहाल हत्या की ये वारदात पूरी साजिश के तहत रची गई, जिसमें कहीं न कहीं पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में थी। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है मगर अब भी मुख्य आरोपी समेत कुछ आरोपी फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं है। अब इस मामले में बुल्डोजर की कार्रवाई की मांग भी की जा रही है।