RAIPUR. छत्तीसगढ़ गुरुघासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व बनेगा। यह फैसला मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज यानी 7 अगस्त को सीएम हाउस में मंत्रिपरिषद की बैठक में लिया गया है। सीएम साय की कैबिनेट ने बुधवार को सुबह हुई बैठक में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व पर मुहर भी लगा दी है। छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने चार जिलों में फैले गुरु घासीदास नेशनल पार्क और तमोर पिंगला अभयारण्य को मिलाकर 2829 वर्ग किमी क्षेत्र में टाइगर रिजर्व बनाने के फैसला किया है। इससे टाइगर रिजर्व बनाने के फैसले से छत्तीसगढ़ में ईको-पर्यटन का विकास होगा।
सीएम विष्णुदेव साय की कैबिनेट ने बुधवार को सुबह हुई बैठक में गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व पर मुहर भी लगा दी है। पूरे टाइगर रिजर्व का सीमाकन और आगे की कार्रवाई अब छत्तीसगढ़ का वन विभाग करेगा। यहां कोयले के बड़े पैच हैं, जिनमें टाइगर रिजर्व बनने के बाद उत्खनन की सारी संभावनाएं भी समाप्त हो जाएंगी। सीएम साय की कैबिनेट ने राज्य वन्यजीव बोर्ड की अनुशंसा और भारत सरकार के टाइगर संरक्षण प्राधिकारण की सहमति से इसे टाइगर रिजर्व घोषित करने पर मुहर लगाई है।
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दरअसल, यह टाइगर रिजर्व प्रदेश के चार जिलों मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर एवं बलरामपुर में फैला रहेगा। अभी इन जिलों में गुरु घासीदास नेशनल पार्क और तमोर पिंगला अभ्यारण्य अलग-अलग हैं। इन्हें मिलाकर ही 2829 वर्ग किमी में गुरूघासीदास-तमोर पिंगला टायगर रिजर्व को नोटिफाई किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि टाइगर रिजर्व बनाने के फैसले से छत्तीसगढ़ में ईको-पर्यटन का विकास होगा। साथ ही कोर एवं बफर क्षेत्र में स्थित ग्रामीणों के लिए गाइड, पर्यटक वाहन, रिसार्ट संचालन के साथ ही विभिन्न प्रकार के रोजगार के मौके भी बनेंगे। टाइगर रिजर्व में कार्य करने के लिए राष्ट्रीय प्रोजेक्ट टाइगर ऑथोरिटी से अतिरिक्त बजट प्राप्त होगा, जिससे क्षेत्र के गांवों में आजीविका विकास के नए-नए कार्य किए जा सकेंगे।
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8 अगस्त को मुख्यमंत्री निवास में जनदर्शन
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का लोगों से मेल-मुलाकात और उनकी समस्याओं के समाधान का साप्ताहिक कार्यक्रम जनदर्शन 8 अगस्त को होगा। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित जनदर्शन में मुख्यमंत्री साय नागरिकों से सीधे संवाद करेंगे एवं उनकी समस्याओं से संबंधित आवेदन भी लेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री निवास में जनदर्शन का आयोजन 27 जून से शुरू हुआ है। पूर्व में आयोजित जनदर्शन में बड़ी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया, और मुख्यमंत्री को अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदन भी सौंपे।
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