BILASPUR. हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी को 23 दिन के पैरोल पर छोड़ा गया था। पैरोल से छूटने के बाद बंदी को निर्धारित समय पर जेल वापस आना था लेकिन बंदी समय पूर्ण होने पर जेल वापस नहीं लौटा। इस पर जेल प्रबंधन ने उसके फरार होने की सूचना सिविल लाइन थाने में देकर जुर्म दर्ज कराया है। सिविल लाइन पुलिस फरार बंदी की तलाश में जुट गया है।
बता दें, चकरभाठा थाना क्षेत्र के कनेरी निवासी बंदूराम जांगड़े उम्र 56 वर्ष को न्यायालय ने हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है। न्यायालय के आदेश के बाद से बंदी केन्द्रीय जेल में अपनी सजा काट रहा था। बंदी ने पैरोल के लिए आवेदन किया था।
उसके आवेदन को स्वीकार करते हुए उसे 23 दिनों के लिए पैरोल पर छोड़ा गया था। पैरोल पर छूटने के बाद बंदी फरार हो गया। निर्धारित समय पर जेल नहीं लौटने पर जेल प्रबंधन की ओर से इसकी सूचना सिविल लाइन पुलिस को दी गई है। इस पर सिविल लाइन पुलिस ने जुर्म दर्ज कर फरार बंदी के संभावित ठिकानों पर जांच शुरू कर दी है।
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पहले भी हो चुके है इस तरह के केस
जेल से पैरोल पर छूटने वाले बंदी अक्सर पैरोल खत्म होने पर वापस जेल लौट जाते हैं। लेकिन बीते वर्ष एक और हत्या के मामले में सजा काट रहा बंदी पैरोल पर बाहर निकला था और वापस नहीं लौटा था फरार हो गया था। ऐसे और भी कई मामले हैं जब पैरोल के बाद बंदी फरार हो गए। बाद में उन्हें पुलिस द्वारा पकड़ कर जेल लाया गया।