अभय तिवारी
BALODA BAZAR. बलौदा बाज़ार ज़िले में इसी साल मार्च के महीने में धनाढ्य और रिटायर्ड अफ़सर कर्मचारी वर्ग के लोगों को दुष्कर्म के मामले में फ़साने के नाम पर भयादोहन कर पैसा वसूली करने का मामला सामने आया था। पुलिस ने जब इस मामले की तह में जाना चालू किया तो बहुत से चौंकाने वाले खुलासे हुए।
बलौदा बाज़ार पुलिस ने इस मामले में पहली रिपोर्ट मार्च महीने में दर्ज की थी। फिर एक-एक कर जब आरोपियों की गिरफ़्तारी शुरू हुई तो एक से बढ़कर एक खुलासे हुए। पुलिस ने इस मामले में पहले ही पांच आरोपियों की गिरफ़्तारी की थी। इसमें प्रत्युष उर्फ़ मोंटी मरैया, रवीना टंडन, महान मिश्रा, दुर्गा टंडन और पुष्पमाला फ़ेकर का नाम शामिल था। गिरफ़्तार आरोपियों से पूछताछ करने पर एक मंझी हुई क्राइम थ्रिलर फिल्म की स्क्रिप्ट की तरह पूरी योजना के साथ किए गये अपराध का खुलासा हुआ। इसका मास्टरमाइंड शिरीष पांडेय था।
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फ़िल्मी अन्दाज़ में फँसा कर करते थे वसूली
पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि वे धनाढ्य और रिटायर्ड अफ़सर और कर्मियों को टारगेट करते थे। रैकेट में सभी की भूमिका बंधी हुई थी। मसलन, कौन लड़की सप्लाई करेगा? कौन लड़की सप्लाई करने की बात करेगा? फिर कौन नक़ली पुलिस बन कर छापा मारने जाएगा? कौन फोटो लीक करने की धमकी दे कर ब्लैकमेल करेगा? सुनियोजित प्लान के साथ मुख्य आरोपी शिरीष पांडेय और पुष्पमाला फ़ेकर बलौदा बाज़ार और आस-पास के इलाक़े के धनाढ्य व्यक्तियों और इलीट क्लास के लोगों की पहचान करते थे। अपना रसूख़ दिखा कर ये लोग उनसे मेल-जोल बढ़ाते थे और झाँसे में ले लेते थे। इसके बाद अपने गिरोह के अन्य सदस्यों की मदद से लड़कियों की सप्लाई करते थे और अपने ही साथियों से नक़ली पुलिस बन छापा मरवाकर लाखों रुपये वसूल करते थे। मोंटी मरैया और दुर्गा टंडन को टारगेट से मिलने व लड़कियों के बलौदा बाज़ार में रहने खाने व अन्य सुविधाओं के इंतज़ाम करने की ज़िम्मेदारी थी। एक बार टारगेट के फँसने के बाद ये लड़कियों के साथ आपत्तिजनक अवस्था में फोटो वीडियो वायरल करने, महिला संबंधी अपराध में फ़साने एवं लोक लाज का भय दिखा कर लाखों रुपए की मोटी रक़म वसूलते थे।
पांच महीने से फ़रार शिरीष रायपुर से हुआ गिरफ़्तार
हनी ट्रेपिंग की ये पूरी बिसात बलौदा बाज़ार में बिछाने वाले मुख्य आरोपी शिरीष पांडेय रायपुर के चँगोरा भाँठा से दबोचा गया। जानकारी के मुताबिक़ अलग अलग व्यक्तियों को ब्लैकमेल कर इस गिरोह से 41 लाख रुपये तक लूट लिये थे। पिछले 5 महीनों में बलौदा बाज़ार पुलिस द्वारा हर संभावित ठिकानों पर दबिश दे कर शिरीष पांडेय को पकड़ने की कोशिश की जा रही थी। 26 वर्षीय शिरीष पांडेय बलौदा बाज़ार के ही सिविल लाइन का निवासी है।
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कई रसूखदारों का नाम भी हो सकता है शामिल
मार्च 2024 में पहली रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही पुलिस पिछले 5 महीने से इस मामले में संलिप्त लोगो की खोज कर रही है। बलौदा बाज़ार में इस मामले को ले कर सनसनी फैली हुई है क्योंकि इसमें शहर के बहुत से रसूखदारों का नाम शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। मुख्य आरोपी शिरीष पांडेय को पूर्व विधायक का ख़ास बताया जाता रहा है जिसकी गिरफ़्तारी के बाद मामले में चौंकाने वाले खुलासे होने की आशंका जताई जा रही है।