PATAN. गौधन न्याय योजना के साथ ही सड़क पर बैठे मवेशियों की वजह से हो रही दुर्घटना और गौवंश की मौत को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाटन से गौधन सत्याग्रह की शुरुआत की। इस दौरान पाटन के कई गांवों से मवेशी लेकर लोग एसडीएम कार्यालय के सामने पहुंचे। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर हमला किया।
इस सत्याग्रह को देखते हुए प्रशासन ने पहले ही एसडीएम कार्यालय में बेरिकेटिंग कर रखी थी। लेकिन कांग्रेसियों ने बेरिकेडिंग तोड़ने की बजाए कार्यालय के सामने ही मवेशियों को खड़ा कर दिया। इधर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित भी किया और कहा कि आजादी के पहले से ही पाटन की भूमि आंदोलन के लिए पहचानी जाती रही है। लेकिन आज पाटन ने इतिहास रच दिया है। क्योंकि गौवंश के लिए ऐसा आंदोलन देश का पहला आंदोलन है।
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किसान की बर्बाद होती फसलों और सड़क दुर्घटना को देख पूर्व सीएम ने किसानों से कहा कि वे अब मवेशियों को दूसरे गांव ले जाने की बजाए अपने आसपास के पंचायत, थाना, पालिका जैसे कार्यालय में छोड़कर आएं क्योंकि भाजपा सरकार ने गौठान बंद कर दिए हैं तो अब वे ही मवेशियों को संभालेंगे। मीडिया से बातचीत में पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने उनके समय की सभी सरकारी योजनाओं को बंद कर दिया है। आज गौठान बंद करने का नतीजा है कि किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो रही है।
इधर सभा के बाद कांग्रेसियों के संग पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सर्किट हाउस के पीछे स्थित हैलीपेड के पास खुले मैदान में पहुंचे औऱ् वहां मवेशियों के साथ एक ज्ञापन पाटन एसडीएम लवकेश ध्रुव को सौंपा।
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इस दौरान एसडीएम ने कहा कि कांग्रेसियों के 8 अगस्त को ज्ञापन दिए जाने के बाद प्रशासन ने आवारा मवेशियों को हटाने का काम लगातार चल रहा है। इधर बड़ी संख्या में लाए गए मवेशियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने काऊ कैचर भी लाया गया। ताकि मवेशियों को वहां से हटाया जा सकें।