RAIPUR. महादेव सट्टा एप मामले में लगातार कार्रवाई चल रही है, लेकिन छत्तीगसढ़ में भाजपा सरकार आने के बाद कार्रवाई तेज कर दी गई है। इस मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने किशन वर्मा को गिरफ्तार किया। रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश कर सुनवाई के बाद उसे 19 जुलाई तक न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक किशन वर्मा निलंबित एएसआइ व जेल में बंद चंद्रभूषण वर्मा का मैनेजर था, जो उसके लेन देन का हिसाब और प्रापर्टी की देख-रेख करता था।
वहीं, महादेव सट्टा एप मामले में लंबे से फरार चल रहे निलंबित आरक्षक सहदेव यादव को भी टीम ने हिरासत में लिया है। उसे राजनांदगांव से सोमनी से पकड़ा गया है। जानकारी के अनुसार महादेव सट्टा एप मामले में जेल में बंद नौ आरोपितों को बुधवार न्यायिक रिमांड के बाद कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट नें राहुव वकटे, रितेश यादव, भीम सिंह यादव, अर्जुन यादव, अमिल अग्रवाल, चन्द्रभूषण वर्मा, सुनील दम्मानी, सतीश चन्द्राकर, अर्जुन सिंह यादव, नीतिश दिवान को 19 जुलाई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
निलंबित आरक्षक सहदेव यादव को राजनांदगांव से पकड़ा, वह आरक्षक भीम सिंह यादव और अर्जुन यादव का भाई है। सहदेव और उसके भाइयों का कनेक्शन महादेव एप संचालित करने वाले लोगों से सीधे तौर पर था। सहदेव सट्टा चलाने वाले और दुबई में बैठे सन्नी सतनाम से लगातार बात करता भी करता था। सहदेव कई महीने तक बिना किसी जानकारी के गायब भी था। वहीं उसके भाई भीम और अर्जुन पैनल का संचालन करते थे।
निलंबित IAS रानू साहू को भी कोर्ट से राहत नहीं
दूसरी ओर, कोयला घोटाला मामले में ईडी प्रकरण में जेल में बंद निलंबित IAS अफसर रानू साहू को सुप्रीम कोर्ट ने राहत मिल गई। वहीं ईडी के प्रतिवेदन पर ईओडब्ल्यू ने भी अपराध दर्ज किया है।
दर्ज अपराध के मामले में रानू साहू ने EOW की विशेष अदालत में जमानत आवेदन पेश किया था। विशेष अदालत ने मंगलवार को दोनों पक्षों की बहस के बाद फैंसला सुरक्षित रखा था। इसके बाद बुधवार रानू साहू की जामानत याचिका को खारिज कर दिया गया।