JAGDALPUR. छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने पर जुटी केंद्र व राज्य सरकार बस्तर में लगातार अभियान चला रही है। इसी क्रम में फोर्स- पुलिस ने ऑपरेशन मानसून को ज्यादा आक्रामक और सफल बनाए रखने के लिए पुलिस माओवादियों की गतिविधि को यूएवी से नजर रखने की तैयारी कर रही है, जो नक्सल क्षेत्र के 200 किलोमीटर के दायरे में निगरानी रखेगा।
इसके साथ ही सेटेलाइट रडार से भी नजर रखने की योजना सुरक्षाबलों ने बनाया है। बस्तर के घने जंगलों में बारिश के मौसम में पेड़ पौधों के पत्तों के घने हो जाने के कारण और सूर्य का प्रकाश कम होने के कारण विजिबिलिटी कम हो जाती है। इस दौरान पहुंच विहीन क्षेत्रों में पहुंचना मुश्किल होता है। पिछले कुछ सालों से एनटीआरओ का बेस बस्तर में बनाए जाने के बाद बड़े ड्रोन से माओवादियों की गतिविधि भी कैद हो रही है।
बताया जा रहा है कि रडार का कनेक्शन सीधे सेंट्रल मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से होगा और नक्सल क्षेत्रों में लगे रडार अपनी तस्वीरों को सेन्ट्रल मॉनिटरिंग रूम को भेजेगा। इसके बाद इनपुट के आधार पर नक्सल ऑपरेशन को चलाया जाएगा। दूसरी ओर, नक्सल क्षेत्र में यूएवी 15 हजार फीट की ऊंचाई से नजर बनाये रखेगा और बारिश में जंगल के भीतर माओवादियों की तस्वीरों को कैप्चर भी करेगा।
वहीं सुरक्षा बल अब हर तरीके से माओवादियों पर अंकुश लगाने की तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले भी जनवरी महीने से लगातार पुलिस को अत्याधुनिक संसाधनों की मदद से माओवादियों की एग्जैक्ट लोकेशन मिल रही है जिससे ऑपरेशन सफल हुए हैं। मानसून में भी पुलिस इसी सफलता को कायम रखना चाहती है।