BILASPUR. सीएसपी स्वर्गीय निमेष बरगैया को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान पुलिस प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों ने उनकी बहादुरी व उनकी लगन से ड्यूटी करने के विषय में बताया। साथ ही कोविड के दौरान जरूरतमंदों की सहायता के लिए तत्पर होकर सेवा करने की बातों को याद किया गया। सीएसपी निमेष की मौत से पुलिस प्रशासन में उनके साथ कार्य करने वाले स्तब्ध है।
बता दें, सीएसपी के पद पर कार्य करने वाले सीएसपी स्वर्गीय निमेष बरगैया अस्वस्थ्य थे उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। बिलासपुर में कोविड के दौरान उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना ही लोगों की सहायता की थी। उनके मौत की खबर अचानक से जब मिली तो उनके साथ काम करने वाले सहकर्मी व जान-पहचान वाले हर कोई स्तब्ध हो गए।
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किसी को यकिन ही नहीं हो रहा था कि उनकी मौत हो चुकी है। श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर बिलासपुर पुलिस टीम ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप् ने कहा कि जगदलपुर में डयूटी के दौरान उनकी उनसे पहली मुलाकात हुई थी। फिर बिलासपुर में जब एएसपी थे तब निमेष कोतवाली सीएसपी के रूप में उनके अंडर काम कर रहे थे।
वे काफी जूननी हुआ करते थे। ड्यूटी को पहले प्राथमिका देते हुए खाना-पीना तक भूल जाते थे। एक अच्छा पुलिस वाला तो था ही उसका व्यवहार भी बहुत अच्छा था। एआईजी दीपमाला कश्यप् ने कहा कि वह मेरा छोटा भाई था। हाल ही में 16 जुलाई को घर आया था उसकी आदत थी हमेशा बोलता था मुझे ये खाना है मुझे वो खाना है।
डीएसपी रोशन आहूजा ने कहा कि उन्होंने कोविड के समय सबसे ज्यादा हम लोगों की मदद की, लेकिन आज जब उनको हमारी मदद की जरूरत थी हम कर नहीं सके। निमेष के मित्र रजनीश तिवारी ने उनके अंतिम समय में साथ थे उन्होंने उनके अंतिम समय में हुए घटनाओं को बताया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।