BHILAI. भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के आवेदन पर FIR के के बाद नोटिस जारी कर देवेंद्र यादव को बयान के लिए बुलाया गया। इस मामले में विधायक आज यानी 15 जुलाई सेक्टर 6 कोतवाली पहुंचे और अपना बयान दर्ज कराया। इस दौरान देवेंद्र यादव ने बताया कि सबसे पहले पुलिस को 2 अगस्त 2023 को मेरे साथी देवेश पाणिग्रही ने आवेदन देकर वायरल हो रहे आपत्तिजनक वीडियो की जानकारी दी थी एवं उच्च स्तरीय जांच और FIR की मांग की गई। इसके बाद विधानसभा चुनाव के दौरान 15 नवंबर 2023 को सार्वजनिक रूप से प्रेस कांफ्रेंस करके सीबीआई जांच की मांग की थी। फिर विधानसभा चुनाव के पश्चात 29 जनवरी 2024 को पत्राचार किया गया था।
देवेंद्र ने बताया कि 23 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री को पत्र लिखकर इस मामले की जानकारी दी थी और विधानसभा में प्रत्यक्ष रूप से विधानसभा में प्रत्यक्ष रूप से माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष आवेदन देकर FIR एवं सीबीआई जांच की मांग की थी। इसके बाद 22 मार्च 2024 को पुनः आवेदन देकर FIR की मांग की कुल 6 आवेदन और 7 महीने 20 दिन बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया और आज लगभग 4 महीने बाद मुझे बयान देने के लिए बुलाया।
विधायक देवेंद्र यादव ने बताया कि एक और एक मामले में सरकार के तत्कालीन मंत्री के ऊपर आपत्तिजनक वीडियो के मामले में सीबीआई की जांच की जाती है और दूसरी तरफ विपक्ष के विधायक के सात महीने आवेदन देने पर भी सिर्फ FIR होती है और कोई जांच नहीं की जाती।
विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि कोई भी फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी वाइस सैंपलिंग के लिए वह तैयार है। वीडियो की उच्च स्तरीय जांच देश के प्रतिष्ठित फॉरेंसिक लैब चंडीगढ़ और गांधीनगर में होनी चाहिए और अगर सैंपल देने के लिए उन्हें जाना पड़े तो उक्त स्थल पर भी वो जाएंगे। पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच होनी चाहिए और इस मामले में संलिप्त दोषियों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए। जल्द से जल्द इन सब की गिरफ्तारी होनी चाहिए और मुझे न्याय मिलनी चाहिए।