NEW DELHI. यह साल अमेरिका के नये राष्ट्रपति चुनने का साल है। इस साल होने वाले चुनाव में डोनल्ड ट्रम्प रिपब्लिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित किए जा चुके है। इसके बाद ट्रम्प और रिपब्लिक पार्टी ने 39 वर्ष के जेम्स डेविड वेंस को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। जेम्स वेंस 2022 से ओहायो के सीनेटर हैं। वेंस के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होने की घोषणा के बाद से ही उनके भारत से कनेक्शन की चर्चा चल रही है। जेम्स वेंस की पत्नी ऊषा चिलुकुरी भारतीय मूल की हैं।
वेंस ने पत्नी को बताया अपनी सक्सेस का राज
ऊषा चिलुकुरी वैन्स के माता-पिता आंध्र से 1980 अमेरिका जा कर बसे। ऊषा का जन्म और शिक्षा दोनों ही सैन डियागो में हुई। अमेरिका में रहने के बावजूद ऊषा के माता-पिता भारतीय संस्कृति को नहीं भूले और अपनी बेटी ऊषा को भारतीय संस्कृति और संस्कार की शिक्षा दी।
2013 में येल यूनिवर्सिटी में मुलाक़ात हुई और 2014 में दोनों की शादी हुई। बाद में जेम्स वेंस भी भारतीय संस्कृति से काफ़ी प्रभावित हुए। वेंस ने एक इंटरव्यू में अपनी सफलता के पीछे पत्नी ऊषा को बताया था। उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी ऊषा उन्हें हमेशा सपोर्ट करती हैं।
बचपन की दर्दनाक यादों से उबारा
येल यूनिवर्सिटी में लॉ की पढ़ाई करते वक़्त ऊषा की मुलाक़ात जेम्स वेंस से हुई जहां साथ में पढ़ते हुए दोनों अच्छे दोस्त बन गये। इसके बाद दोनों ने 2014 में शादी कर ली। ऊषा और जेम्स के तीन बच्चे भी हैं- बेटा विवेक, इवान और बेटी मिराबेल। वेंस ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह सबसे पहले ऊषा के असाइनमेंट से प्रभावित हुए थे। वेंस का पूरा बचपन परिवार के बिखराव की दर्दनाक यादों में बीता था और वेंस के मुताबिक़ उनकी पत्नी ऊषा ने उन्हें इमोशनल सपोर्ट देकर उन्हें इस दर्दनाक बचपन की यादों से उन्हें उबारा था। जेम्स वेंस अपनी सफलता के पीछे अपनी पत्नी ऊषा का हाथ मानते है।
वेंस पहले थे ट्रम्प विरोधी, बाद में माँगी ट्रम्प से माफ़ी
ओहायो से सीनेटर जेम्स वेंस 2021 तक कट्टर ट्रम्प विरोधी हुआ करते थे। 2016 में एक इंटरव्यू में ट्रम्प की नीतियों को निंदनीय कहा था। ट्रम्प को निंदा के योग्य कहते हुए ट्रम्प के स्वभाव और नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठाये थे। हालाँकि 2021 आते-आते उन्होंने इस बयान के लिए ट्रम्प से माफ़ी माँगी थी और रिपब्लिक पार्टी से चुनाव लड़ने की इच्छा भी ज़ाहिर की थी। इसके बाद से वह ट्रम्प के काफ़ी करीबी बन गये थे।