UNNAV. UP के उन्नाव में बड़ा दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। इसमें 18 यात्रियों की मौत हो गई है, जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हैं। दरअसल, बेहटा मुजावर क्षेत्र के गढ़ा गांव के पास स्लीपर बस आगे चल रहे दूध के टैंकर में पीछे से टकरा गई, जिससे यह हादसा इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार हादसा बुधवार यानी 10 जुलाई की सुबह स्लीपर बस आगे चल रहे दूध टैंकर में पीछे से टकरा गई। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। यूपीडा कर्मियों ने पुलिस को सूचना देकर बचाव कार्य शुरू किया। इसी बीच मौके पर पहुंची बांगरमऊ, बेहटामुजावर थाना पुलिस ने राहगीरों की मदद से बस में फंसे लोगों को बाहर निकलवाया। सीओ अरविंद सिंह ने बताया कि बस बिहार से दिल्ली जा रही थी, जिसमें अधिकतर मजदूर सवार थे। बस में करीब 50 लोग सवार थे, चालक को झपकी लगने से हादसे की संभावना है।
दिवंगत लोगों व घायलों के नाम पते की जानकारी कराई जा रही है, सभी को बांगरमऊ सीएचसी में भर्ती कराया गया है। एसडीएम नम्रता सिंह ने पहले घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की फिर सीएचसी में घायलों से जानकारी ली। डॉक्टरों को इलाज के निर्देश दिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क दुर्घटना का संज्ञान लिया और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए। घायलों को उच्च स्तरीय अस्पतालों में ले जाया जा रहा है, उन्नाव, कानपुर के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। ज्यादातर घायल बिहार के हैं, हम बिहार सरकार के साथ संपर्क में हैं। घटना के कारणों का जांच के बाद पता चलेगा, लेकिन फिलहाल घायलों का इलाज हमारी प्राथमिकता है।
घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक उन्नाव, क्षेत्राधिकारी बांगरमऊ और अन्य थानों की पुलिस मौजूद है, जो बस का नंबर UP95 T 4720 और दूध से भरे कंटेनर का नंबर UP70 CT 3999 है. मरने वालों में 14 लोगों की पहचान हो गई है। मरने वालों में मेरठ के दिलशाद, शिवहर के बीटू, सीवान के रजनीश, शिवहर के लालबाबू दास, रामप्रवेश कुमार, भरत भूषण कुमार, बाबू दास, मो0 सद्दाम, दिल्ली की नगमा, शबाना, चांदनी, मो. शफीक, मुन्नी खातून और तौफीक आलम हैं। वहीं मरने वाले 4 यात्रियों की पहचान नहीं हो पाई है।