SAKTI. छत्तीसगढ़ में ठगों का जाल फैलता ही जा रहा है। ऐसा ही एक गिरोह इन दिनों प्रदेश के कई इलाकों में लोगों को झांसे में लेकर ठगी कर रहा है। जानकारी के अनुसार बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह को बाराद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन ठगों ने 1 हजार से ज्यादा लोगों को अपने जाल में फंसाया है। पुलिस ने करोड़ों की ऑनलाइन ठगी करने वाले एक आरोपी दीपू कुमार को गिरफ्तार किया है। वहीं मामले का अन्य आरोपी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
आरोपी दीपू कुमार, झारखंड रांची के फतेहपुर नवादा का रहने वाला है। 12वीं फेल बेरोजगार युवाओं को जॉब का लालच देकर आरोपी अपने चंगुल में फंसाते थे। आरोपी दैनिक अखबारों में वर्क फ्रॉम होम फ़ुल टाइम/पार्ट टाइम जॉब के विज्ञापन जारी कर 12 वीं पास या फेल युवाओं को जॉब का ऑफर देते थे।
पुलिस के मुताबिक नौकरी के नाम पर ठगने वाला गिरोह छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान के बेरोज़गार युवकों को अपने झांसे में लेकर पैसे एंठते थे। आरोपी के पास से एक बैग मिला है, जिसमें घटना में प्रयुक्त 9 मोबाइल, 2 चेक बुक, 4 ग्राहक रजिस्टर और नगदी 1 लाख 2 हज़ार रुपए मिले हैं, जिसे पुलिस ने जब्त किया है।
बता दें कि जांजगीर-चाम्पा की सिटी कोतवाली पुलिस ने लोन दिलाने के नाम पर 35 से 40 महिलाओं से 39 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी युवक और महिला को गिरफ्तार किया है और दोनों आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। आरोपी युवक प्रकाश मधुकर और महिला संक्रांति प्रधान ने माइक्रो फाइनेंस के माध्यम से ठगी की घटना को अंजाम दिया है। आरोपी महिला धुरकोट गांव की रहने वाली है और वह जांजगीर में रहती है, वहीं आरोपी युवक महाराष्ट्र का रहने वाला है, जो चाम्पा के शंकर नगर में रहता था।