BILASPUR. तोरवा क्षेत्र में पति ने पत्नी के पैर नहीं दबाने पर आत्महत्या का मामला सामने आया है। पत्नी की तबियत खराब थी तो पति से पैर दबाने के लिए कहा लेकिन पति अपने बच्चे को सुलाने चला गया और वहां उसकी आंख लग गई। रात में जब वह उठकर कमरे में आया तो पत्नी फांसी के फंदे पर झूलती दिखी। पति ने तत्काल उसे फंदे से उतारा और अस्तपाल लेकर गया जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया। मृत महिला के पंचनामा के बाद उसकी शव को परिजनों के सौंपा गया लेकिन ससुराल के लोगों ने इंटरकास्ट मैरिज के कारण शव को गांव ले जाने से मना कर दिया।
बता दें, मामला तोरवा थाना क्षेत्र के देवरीडीह का है। जहां पर पति ने पैर नहीं दबाया तो गुस्से में आकर पत्नी ने आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक बलौदाबाजार जिले के मोहतरा निवासी भूपेन्द्र साहू किराए के मकान में परिवार के साथ रहता है। उसकी तीन साल की बेटी भी है।
भूपेन्द्र की पतनी सुशीला की तबीयत कुछ दिन से खराब थी इस वजह से पति भूपेन्द्र घर का सारा काम कर रहा था। गुरुवार की रात महिला ने पति से पैर दबाने के लिए कहा था। महिला के कहने पर पति ने हां कहा लेकिन पहले बर्तन धोने की बात कही।
बर्तन साफ करने के बाद वह अपनी तीन साल की बेटी को सुलाने लगा। इतने में उसकी पत्नी गुस्से में आकर दूसरे कमरे में चले गई। कुछ देर बाद जब पति कमरे में पहुंचा तो वह फांसी के फंदे पर लटकी मिली।
इंटरकास्ट मैरिज की थी दोनों ने
वर्ष 2018 में भूपेन्द्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। वहीं सुशीला भी पढ़ाई कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। इस दौरान उनकी दोस्ती हुई और फिर उनके बीच प्यार हो गया। इसके बाद दोनों ने इंटर कास्ट लव मैरिज कर ली।
दोनों ने अपने परिवार से अलग रहकर किराए के मकान में तोरवा क्षेत्र में रहने लगे। इस बीच उनकी एक बेटी भी हुई। भूपेन्द्र के इंटरकास्ट मैरिज के कारण समाज के लोगों ने छोड़ दिया है। वह अपनी पत्नी को गांव ले जाकर अंत्येष्टि करना चाह रहा था लेनिक उसके घर वालों ने शव को गांव ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद बिलासपुर में ही अंतिम संस्कार किया गया।