RAIPUR. बलौदाबाजार में हुए बवाल के मामले में एक तरफ जहां लगातार कार्रवाई हो रही है। वहीं अब इस मामले में सीएम विष्णुदेव साय की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
उन्होंने दो टूक लहजे में कहा कि आंदोलन का यह तरीका नहीं हो सकता। जो भी कानून काे अपने हाथ में लेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। लेकिन अब भी इस मामले में भाजपा और कांग्रेस के बीच घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है।
बलौदाबाजार हिंसा को लेकर पुलिस अब तक 132 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। भीड़ को उकसाने और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने को लेकर भीम रेजिमेंट के संभाग अध्यक्ष की भी गिरफ्तारी की गई है। अब भी कई जिलों में तफ्तीश जारी है और अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है। इस बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की इस मामले में पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
उन्होंने दो टूक लहजे में कहा कि प्रजातंत्र में सभी को आंदोलन करने का अधिकार है। लेकिन कानून को कोई अपने हाथ में नहीं ले सकता। जिस तरह बलौदाबाजार में सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाई गई, वह तरीका नहीं हो सकता। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों और जांच समिति को लेकर भी कहा कि वहां जिस तरह का नुकसान पहुंचाया गया, उसे सभी को देखना चाहिए।
वहीं अब बलौदाबाजार में हुई हिंसा को लेकर पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने भाजपा सरकार पर ही सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने दो टूक लहजे में कहा कि सरकार कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालने में तो नाकाम हुई है। साथ ही इतनी बड़ी व्यवस्था किसने की, यह भी बड़ा सवाल है।
बलौदाबाजार की हिंसा के बाद सरकार ने सख्त कार्रवाई तो की है। वहां शांति स्थापित करने की दिशा में भी अहम फैसले लिए हैं, लेकिन अब भी इसे लेकर सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में कांग्रेस की जांच समिति की क्या रिपोर्ट आती है और सरकार किस तरह कार्रवाई को आगे बढ़ाती है, इस पर सभी की निगाहें भी बनी हुई है।